गोपालगंज

गोपालगंज: महावीरी जुलूस में डीजे व ऑर्केस्ट्रा रोके जाने पर ग्रामीणों ने बाजार बंद कर किया प्रदर्शन

गोपालगंज के हथुआ थाना के हथुआ बाजार में शनिवार और रविवार को निकाले जाने वाले महावीरी जुलूस में ऑर्केस्ट्रा और डीजे पर प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। 12 गांवों से निकलने वाले आंखडा समिति के सदस्यों एवं ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह से ही प्रशासन के विरोध में बाजार को बंद कर हथुआ टैक्सी स्टैंड के समीप प्रदर्शन किया। इस बीच ग्रामीणों ने जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया। साथ ही सड़क पर आवागमन रोककर घंटों प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के प्रशासन के खिलाफ आक्रोश को देखकर आवागमन पूरी तरह बाधित रहा। वही मीरगंज और भोरे मुख्य पथ घंटो जाम रहा। पूरा दिन सड़क पर आवागमन बाधित रहा। घंटो प्रदर्शन के बाद पुलिस पदाधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझा बुझा कर मामला को शांत करवाया। साथ ही आंखडा समिति सदस्यों को शांति से जुलूस निकालने का अपील किया।

इधर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हथुआ गांव, हथुआ बाजार, पिपरपाती, रूपंचक, महैचा, मनीछापर, सोहागपुर, बड़ा कोइरौली, नया बाजार आदि गांवों के ग्रामीणों का कहना था कि जब मीरगंज नगर पंचायत में प्रशासन के रोक के बाद भी ऑर्केस्ट्रा और डीजे हुआ। खुलेआम नर्तकियों ने प्रशासन के सामने फूहड़ गीतों पर नर्तकियों ने अर्धनग्न कपड़ों में ठुमका लगाया। उस समय प्रशासन ने एक भी पूजा समितियों पर करवाई नहीं कि और न ही बंद करवाया। फिर जब पिपरा और हथुआ में जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से निकाला जा रहा है तो प्रशासन जबरन बंद करवाना चाह रही है। जबतक प्रशासन की अनुमति नहीं मिलेगी तबतक बाजार बंद कर प्रदर्शन जारी रहेगा। इस बात पर समितियों ने अडिग हो कर पूरा दिन प्रशासन के द्वारा महावीरी जुलूस में डीजे और ऑर्केस्ट्रा के रोक के आदेश पर बाजार को बंद रखा। बंद का गहरा प्रभाव व्यवसाय पर पड़ा। दूर दराज से मंडी में पहुंचे व्यवसायी बिना खरीदारी किए वापस लौट गए।

इस सम्बंध में एसडीम अनिल कुमार रमन से पूछे जाने पर बताया कि महावीरी जुलूस शांति के साथ निकाला जाए। इसमें प्रशासन दखल नहीं करेगा। प्रशासन चाहती है कि जुलूस शांति के साथ निकले। वैसे लोगों का अपना अपना सोच है।

विदित हो कि इसके पूर्व मीरगंज थाना के पिपरा में महावीरी जुलूस की तैयारी करते ही पुलिस ने ग्रामीणों को जमकर पिटाई किया था। इसके प्रतिशोध में गुरुवार की सुबह मीरगंज लाइन बाजार पथ को जाम कर प्रदर्शन किया था। जिसमें पुलिस द्वारा जबरन कार्रवाई पर ग्रामीणों ने जमकर इट पत्थर चलाया। जिसमें पुलिस ने गांव के लोगों को एसडीपीओ अशोक कुमार चौधरी के नेतृत्व में जमकर डंडा चलाया। इस करवाई में दर्जनों लोग घायल भी हुए है। वैसे ग्रामीणों की मांग थी कि जब मीरगंज नगर पंचायत में ऑर्केस्ट्रा और डीजे का प्रदर्शन किया गया। इसपर प्रशासन ने करवाई नहीं कि तो आखिर अन्य जगहों के लिए पुलिस क्यों जबरन बंद करवा रहीं है। जबकि मीरगंज में खुलेआम नर्तकियों ने नृत्य किया। वैसे प्रशासन को ग्रामीणों की बातों को रखने का मौका देना चाहिए। मीरगंज में भी एक दिन ऑर्केस्ट्रा और डीजे की मांग को लेकर आंखडा को निरस्त किया था। जिसपर अंततोगत्वा प्रशासन ने ऑर्केस्ट्रा और डीजे बजाने का औपबंधिक मात्र अनुमति दिया था।

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