गोपालगंज: श्रद्धा व विश्वास के साथ श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने से होती है मोक्ष की प्राप्ति
गोपालगंज के पंचदेवरी प्रखंड के भाठवां गांव स्थित श्रीराम जानकी मंदिर मठ परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा की महिमा बताई गई। साथ ही राजा परीक्षित की कथा सुनाई। जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु खुशी से झूम उठे।
कथा का रसपान कराते हुए संत शिरोमणि बाबा विशंभर दास जी महाराज ने कहा कि अगर श्रद्धा व विश्वास के साथ श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया जाए, तो मोक्ष की प्राप्ति जरूर होती है। श्रृंगी ऋषि पुत्र को किसी बालक ने राजा की इस करतूत को बता दिया। जिसे देखकर ऋषि के पुत्र ने श्राप दिया कि जिस किसी ने पिता के साथ ऐसी हरकत की है। उसे आज के सातवें दिन तक नाग द्वारा इस विश्व से विदाईयानी जीवन समाप्त कर दिया जाए। जब ऋषि को इस बात का पता चला, तो उन्हें बड़ा ही दुख हुआ। उन्होंने कहा तूने आवेश में ठीक नहीं किया। वह राजा बड़ा ही धर्मात्मा है। ऋषि ने ईश्वर से अपने अबोध बालक के द्वारा किए गए इस कार्य की क्षमा मांगी। बाद में राजा को भी अपने द्वारा किए गए कार्य का पश्चाताप होने लगा। जिसके बाद राजा परीक्षित गंगा नदी में मचान बनाकर श्रीमद्भागवत का श्रवण ऋषि सुकदेव ने कराया। जिससे उनको मोक्ष की प्राप्ति हुई।
इस मौके पर अर्धेन्दू जी महाराज, सर्वेश्वर दास जी महाराज, आचार्य चंद्र शेखर द्विवेदी, पंडित नीरज दुबे, पंडित संतोष तिवारी, पूर्व मुखिया उपेंद्र मिश्र, विनय मिश्रा, सरपंच मिंटू लाल श्रीवास्तव, रवि रंजन श्रीवास्तव, मधुसूदन मिश्र, मुकेश दास, दीपक त्यागी आदि थे।