गोपालगंज: जहां-जहां पहुंच रहे अधिकारी वहां वहां नल जल में मिल रही गड़बड़ी, कई प्राथमिकी दर्ज
गोपालगंज के पंचदेवरी प्रखंड में नल जल की स्थिति बदतर हो चुकी है। विभाग 90 फीसदी काम पूरा होने का दवा कर रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जहां-जहां अधिकारी जांच करने पहुंच रहे हैं। वहां-वहां नल जल में गड़बड़ी मिल रही है। प्रखंड के 128 वार्डों में लगभग 20 वार्डों के लोगों को ही शुद्ध पेयजल नसीब हो पा रहा है। वहीं अन्य वार्डों में कहीं मोटर जला हुआ है तो, कहीं टंकी टूटी हुई है तो, कहीं ठेकेदार आधा काम कराकर पैसा गमन कर गायब हो गया है। पंचदेवरी प्रखंड प्रशासन ने दो पंचायतों में एक करोड 16 लाख 34 हजार 503 रुपये के गमन के आरोप में दो पंचायतों में छ्ह वार्डों के पूर्व वार्ड सदस्य, वार्ड क्रियान्वयन समिति के सचिव व ठेकेदार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करा चुकी है। बताया जाता है कि पंचायत चुनाव के आठ महीने बीतने के बाद भी अभी तक कई ऐसे वार्ड सदस्य हैं। जिन्होंने प्रभार तक नहीं दिया है। जिसके चलते विभाग के पास राशि गमन की जानकारी भी नहीं है। सूत्र बताते हैं कि प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के तालमेल से कई पूर्व वार्ड सदस्य व मुखियाओं की चांदी कट रही है।
मगहियां पंचायत के पंचायत सचिव विरेन्द्र पाण्डेय ने कटेया थाना में वार्ड संख्या चार के सदस्य बटुलिया देवी व सचिव सत्येन्द्र राम के उपर 31 लाख 69 हजार 256 रुपया, वार्ड संख्या सात के वार्ड सदस्य रामबेलास यादव व सचिव अजय कुमार यादव के उपर 17 लाख 29 हजार 747 रुपया व वार्ड संख्या आठ के सदस्य राजकिशोर सिंह व सचिव बंका सिंह के उपर 22 लाख 58 हजार रुपये, सिकटियां पंचायत सचिव सूर्य नाथ ओझा ने कटेया थाना में वार्ड एक के पूर्व वार्ड सदस्य नबि राशु मियां व सचिव रामनरायण यादव के उपर 18 लाख 55 हजार रुपये, वार्ड चार में पूर्व वार्ड सदस्य रमावती देवी व सचिव प्रवीण कुमार पर 10 लाख सात हजार पांच सौ रुपये, वार्ड 14 में सदस्य संगीता देवी, सचिव अरुण कुमार पर 16 लाख 15 हजार रुपये व केडी ट्रेडर्स के विरुद्ध राशी गमन की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पंचदेवरी प्रखंड प्रशासन नल जल में हुए घोटाले की जांच में लगभग तीन दर्जन पूर्व वार्ड सदस्यों पर कार्रवाई करने की कवायद कर रही है। इसमें अब तक मगहिया में तीन व सिकटिया में तीन वार्ड सदस्यों पर राशि गमन की प्राथमिकी कटेया थाने में दर्ज करायी जा चुकी है। कई मुखिया भी कार्रवाई की जद में है। इस संबंध में पूर्व वार्ड सदस्यों ने बताया कि जिस पंचायत में तालमेल नहीं बन पा रही है। वहां प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। और जहां सेटिंग हो जा रही है। वहां का मामला फाइलों में दब जा रहा है। प्रखंड नौ पंचायतों में आधे से अधिक नल जल योजना बेकार है। मझवलिया पंचायत के 13 वार्डों में से चार वार्डों में पानी पुर तो बंद है। पूर्व मुखिया व वार्ड सदस्यों ने प्रखंड स्तरीय प्रशासन पर गमन करने का आरोप लगा रहा है। वहीं प्रशासन लगातार विभागीय कार्रवाई कर प्राथमिकी दर्ज करा रही है।
बता दे की बिहार सरकार ने सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना की शुरुआत की। प्रत्येक वार्ड में प्रत्येक घर को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए सरकार ने लाखों रुपए खर्च किए। लेकिन विभागीय पदाधिकारी, मुखिया, वार्ड सदस्य व वार्ड क्रियान्वयन समिति के सचिव की मिलीभगत से राशि का दुरुपयोग कर लिया गया। मानक के अनुरूप नल जल का निर्माण नहीं कराया गया। इससे कम समय में ही पानी टंकी, पाइप, नल ध्वस्त हो गए। पंचदेवरी में कुल 128 वार्डों में नल जल लगाने का दावा विभाग कर रहा है। लेकिन एक सौ से अधिक ऐसे वार्ड हैं जहां पानी टंकी तो लगी है। लेकिन लोगों को पानी नहीं मिलता है। इधर विभाग जांच कर कार्रवाई करने में जुट गया है।
वहीं पंचदेवरी बीडीओ मनीष कुमार श्रीवास्तव का कहना है की पंचदेवरी के सभी पंचायतों के वार्डो में नल जल योजना की जांच की जा रही है। राशि गबन के मामले में पूर्व वार्ड सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। अभी तीन दर्जन से अधिक वार्डो में करवाई की कवायद चल रही है।