गोपालगंज में आंधी-पानी में कटी बिजली तो याद आगई पुरानी परंपरा, दूरियां मिटी, बढ़ी नजदीकियां
तेज साइक्लोन का असर गुरुवार को जिले में देखने को मिला। शहर से लेकर गांव तक तेज हवा और बारिश से लोग परेशान रहे। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र समेत शहरी क्षेत्र में बिजली गुल रही। शहरी इलाके में तो बिजली सुचारू रूप से चालू हो गयी, लेकिन वहीं कुछ ग्रामीणों क्षेत्रो में पिछले 3 दिनों से बिजली बाधित है। वहीं बिजली ना होने की वजह से गांव के लोग अब पुरानी परंपराओं को याद करने लगे हैं।
आपको बता दें तेज आंधी पानी के कारण जिले के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के खंभे पर पेड़ गिर जाने के कारण 3 दिनों से बिजली बाधित हो गई है। ऐसे में गाँव के लोगों का मोबाइल फोन चार्ज नहीं हो पा रहा है। तो लोग फ्री होकर एक दूसरों से बात करने और टाइम पास करने में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ बिजली नहीं होने के कारण टंकी में पानी नहीं होने से लोग पुरानी परंपरा यानी चापाकल का इस्तेमाल करने लगे हैं और लोग आरओ, टंकी और मोटर का झंझट से हटकर डायरेक्ट चापाकल से पानी भर रहें और उसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बिजली नहीं रहने से लोग पुरानी परंपरा याद करने लगे हैं। लोगों का कहना है की उन्हें अच्छा भी लग रहा है की लोग एक साथ बैठकर बात करते थे वहीं आरओ और फ्रिज का बानी छोड़ कर चापाकल से पानी पी रहे है जैसे पहले पिया करते थे। जैसे-जैसे जमाना हाईटेक होते गया लोग एक दूसरे से दूरियां बना लिए थे और मोबाइल में ज्यादा बिजी रहते थे। ऐसे में अब बिजली नहीं आने से लोगों का फोन भी चार्ज नही हो रहा है तो फिर लोग एक दूसरे से मिलने पहुंच जा रहे हैं और लोगों में प्यार मोहब्बत और नजदीकिया भी बढ़ने लगी है। बिजली नहीं आने से परेशानी जरूर है लेकिन पुरानी परंपरा को याद कर अच्छा भी लग रहा है।