गोपालगंज: बाढ़ प्रभावित गांवों का जिला मुख्यालय से टूट गया संपर्क, आने जाने का एकमात्र साधन नाव
गोपालगंज: वाल्मीकि नगर बैराज भले ही अब करीब साढ़े 3 लाख क्यूसेक से कम पानी छोड़ा गया हो। लेकिन अभी भी गोपालगंज में गंडक के बाढ़ से कोई राहत नहीं मिली है। यहां वर्तमान में 3 से 4 लाख क्यूसेक के बीच पानी का बहाव हो रहा है। जिससे तटबन्धों पर दबाव बढ़ा हुआ है।
गंडक के निचले इलाके में बाढ़ जैसे हालात अभी भी जस के तस हैं। मांझागढ़ प्रखंड के गौसिया पंचायत के वार्ड नंबर 14 का हाल बुरा है। यहां पर सैकड़ों घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। झोपड़ियां बाढ़ के पानी में डूबी हुई हैं। गांव में आने जाने का नाव ही एकमात्र साधन है। बाढ़ प्रभावित गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वार्ड नम्बर 14 के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी बाढ़ के पानी के बीच में रहने को विवश है। बाढ़ की वजह से लोगों की आमदनी भी ठप हो गई है। क्योंकि जिला मुख्यालय जाने के लिए सभी रास्ते बंद हो गए हैं। नाव से उन्हें जाना पड़ता है। जिसकी वजह से रोजगार के साधन ठप हो गए हैं। बाढ़ पीड़ितों के मुताबिक पिछले एक महीना से वार्ड नंबर 14 का ऐसा ही हाल है। हालांकि 4 दिन पहले बाल्मीकि नगर बराज से जो 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। उससे अभी भी गंडक के नीचे इलाकों में लगातार पानी फैल रहा है।