गोपालगंज: पंचदेवरी प्रखंड में कहीं संक्रमण की लहर तो कहीं गांव की दहलीज छू नहीं सका कोरोना
गोपालगंज: इस बार कोविड की दूसरी लहर इतनी तेज रही कि संक्रमित ही नही गांव-गांव में मौतों का भी तांडव मचा रहा। इन सब के बीच पंचदेवरी प्रखंड के एक ऐसा गांव जो पिछले साल पहली लहर में भी महफूज था और इस साल दूसरी लहर में भी कोरोना गांव की दहलीज नहीं लांघ सका। अन्य गांव की तरह इस गांव के ग्रामीणों की भी कोविड की जांच की गई। कहानी मझवलिया पंचायत के भाठवां गांव की है। हालांकि, इस गांव से सटे अगल-बगल के गांव में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा। उसके बावजूद गांव के दहलीज पर भी कोविड का दस्तक नहीं दे सका। ऐसा नही कि इस गांव के लोग गांव से बाहर न जाते हैं। गांव की बात करे तो इस गांव की आबादी लगभग 1200 से ऊपर होगी, जबकि इस गांव के लोग बाहर रहकर नौकरी भी करते है।
ग्रामीण बताते है कि हमारे गांव के लोग मेहनतकश है। जो खेतीबारी के कार्यो में तल्लीन रहते है। कोविड के तहत इम्युनिटी की बात करना जरूरी है। गांव के लोगों का बाहर का खान-पान नही के बराबर है। दूध-दही के अलावा कोविड में काढ़ा, गर्म पानी का सेवन के साथ योग करते है। हालांकि, कोविड काल मे जरूरी प्रोटोकॉल का पालन में मास्क का प्रयोग भी जरूरी समझते है।
गांव के डॉ. आशुतोष पाण्डेय पेशे से ग्रामीण चिकित्सक है। उन्होंने बताया कि गांव के हर लोग गांव के जागरूक हैं। कोविड की पहली लहर हो या दूसरी लहर प्रखंड के अधिकांश गांव कमोबेश संक्रमित होते रहे। विगत वर्ष की तुलना करें तो बरवां में संक्रमितों की संख्या ज्यादा रही। हालांकि, मौत की माने तो अप्रैल से लेकर अब तक प्रखंड में कोविड के तहत कुल पांच लोगों की मौत हुई है।
इस बात की पुष्टि करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रखंड के गांव में कुल 35 सक्रिय मरीज पाए गए थे, जिसमें बरवां में अकेले नौ मरीज थे। हालांकि, ज्यादातर मरीज जल्दी ठीक भी हो रहे हैं।