गोपालगंज: लाखो रूपये खर्च कर बच्चो के लिए बनाया गया पीआईसीयू वार्ड, आज है पूरी तरह बंद
गोपालगंज: पूरे देश में कोरोना की महामारी को लेकर हर तबका परेशान है। इसी बीच बिहार के मुज़फरपुर में एईएस यानी चमकी बुखार का कहर भी सामने आ गया है। गोपालगंज में भी एईएस जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए राज्य सरकार के द्वारा सदर अस्पताल परिसर में पीआईसीयू वार्ड का निर्माण किया गया। इस वार्ड में लाखो रूपये की मशीन लगायी गयी। इसमें एसी से लेकर अन्य जांच के किट लगाये गए। इस पीआईसीयू वार्ड का उद्घाटन सूबे के स्वास्थ्य मन्त्री व गोपालगंज के प्रभारी मंत्री मंगल पाण्डेय ने किया। बीते अक्टूबर महीने में तामझाम के साथ इओस वार्ड का उद्घाटन किया गया। तब स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दावा किया गया था की यहाँ 10 महीने से लेकर 10 साल के बच्चो को बेहतर इलाज कराने के गोपालगंज से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। लेकिन उद्घाटन के महज एक महीने के बाद ही चिकित्सको के अभाव में इस पीआईसीयू वार्ड को बंद कर दिया गया। यहाँ चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ सौरभ कुमार की पोस्टिंग भी की गयी। उनका तवादला हथुआ अनुमंडलीय अस्पातल में कर दिया गया। जिसके बाद से ही यह पीआईसीयू वार्ड कई महीने से बंद है। यहाँ कोई चिकित्सक नहीं है। चिकित्सक के अभाव में यहाँ किसी भी बच्चे को न तो भर्ती कराया जा रहा है और न ही इसमें किसी बच्चे का इलाज कराया जा रहा है।
गोपालगंज सदर अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही इस वक़्त सामने आई है। जब मुज़फ्फरपुर में एईएस के नए मामले सामने आ रहे है। जाहिर है लाखो रूपये खर्च करने के बावजूद इस पीआईसीयू वार्ड का लाभ आम जनता को नहीं मिल रहा है। इस मामले में जब सीएस डॉ त्रिभुवन नारायण सिंह से बात करने की कोशिश की गयी तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।