गोपालगंज: एलिवेटेड कॉरिडोर की मंजूरी के बाद भी नहीं शुरू हुआ कार्य, लोकसभा में उठा मुद्दा
गोपालगंज: आवाज़ टाइम्स सिर्फ खबर ही नही चलाता है। बल्कि जनहित से जुड़े मुद्दे पर सरकार और प्रशासन को समय समय सचेत भी करता है। ऐसा एक मुद्दा आवाज़ टाइम्स ने कुछ दिनों पहले प्रमुखता से उठाया था। जिसका असर देखने को मिला। खबर के बाद दिल्ली से असाम तक जाने वाली ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर का मुद्दा अब लोकसभा में भी उठा। गोपालगंज के जदयू सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने खबर के बाद लोकसभा में मामला उठाया और एनएच 28 की मरम्मती, गोपालगंज शहर से गुजरने वाले हिस्से में फ्लाईओवर बनाने की मांग उठाया।
एनएच 28 जिसे ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है। यह नेशनल हाई वे सडक दिल्ली से असाम तक जाती है। यह सडक लखनऊ से गोरखपुर होते हुए गोपालगंज होकर गुजरती है। इस सडक पर फोर लेन का कार्य लगभग सभी जगह पूरा हो गया है। लेकिन गोपालगंज के बंजारी चौक से अरार मोड़ तक यह सडक अभी भी निर्माणाधीन है। सडक के इस हिस्से में फ्लाईओवर बनाने का कार्य चल रहा था। लेकिन बाद में केन्द्रीय भूतल एवं सडक राज्यमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यहाँ एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की मंजूरी दी थी। जिसके बाद फ्लाईओवर का कार्य पिछले दो साल से ठप्प हो गया है।
फ्लाईओवर के कार्य ठप्प होने की वजह से गोपालगंज के बंजारी चौक से लेकर अरार मोड़ तक कई चौक है। जहा अक्सर जाम की समस्या होती है। इसके साथ ही इस हिस्से में अक्सर सडक दुर्घटना होते रहती है। जिसकी वजह से कई लोगो की मौत हो गयी। जबकि सैकड़ो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस खबर को आवाज़ टाइम्स ने प्रमुखता से चलाया था। जिसके बाद गोपालगंज के स्थानीय सांसद ने इस मुद्दे को लोकसभा के शीतकालीन सत्र में उठाया है और एनएच 28 के इस हिस्से को तत्काल मरम्मती कर दुरुस्त करने और फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू कर की मांग की है।
सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने लोकसभा में कहा की वे गोपालगंज संसदीय क्षेत्र से आते है। जिसकी आबादी करीब 26 लाख है। ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर यानी एनएच 28 जो दिल्ली से चलकर असाम तक जाती है। वह गोपालगंज शहर के बीचोबीच होकर गुजरती है। गोपालगंज शहर के बंजारी मोड़ से लेकर हजियापुर चौक तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की मंजूरी दी गयी थी। जिसे 36 महीने में पूरा करने का प्रस्ताव मंजूर था। लेकिन जवाब मिलने के 6 माह बाद भी इस अधूरे कार्य को पूरा नहीं किया गया है। जिसकी वजह से शहर में आये दिन जाम की समस्या से लोगो को जूझना पड़ता है। इस जाम में बच्चे और मरीजो को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए मंत्रालय के द्वारा इस अर्धनिर्मित कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
बहरहाल अब देखना है की सांसद की इस जनहित मुद्दे पर सवाल करने के बाद सरकार और जिला प्रशासन कबतक इस निर्माण कार्य को पूरा कर पाती है।