गोपालगंज के उचकागांव में बारहवीं की एडमिशन से वंचित छात्रों ने आगजनी कर किया प्रदर्शन
गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड के रघुआ जमसड स्थित स्वामी प्रकाशानंद माध्यमिक सह इंटर कॉलेज के मुख्य गेट पर बारहवीं के एडमिशन से वंचित होने के बाद अभी तक मामले में शिक्षा विभाग द्वारा कोई पहल नहीं करने पर आक्रोशित छात्रों द्वारा शनिवार के दिन विद्यालय के गेट पर पहुंच कर जमकर प्रदर्शन किया गया।
बताया जा रहा है कि स्वामी प्रकाशानंद रघुआ जमसड के पूर्व प्राचार्य नंदलाल मांझी द्वारा इंटर में बिहार बोर्ड द्वारा आवंटित 240 सीटों के स्थान पर मनमानी तरीके से ढाई हजार से पांच पांच हजार रुपए तक की अवैध वसूली कर लगभग 500 छात्रों का विद्यालय में एडमिशन कर लिया गया था। छात्रों द्वारा एडमिशन के पश्चात पिछले साल 11वीं की पढ़ाई करने के बाद 11 वी की परीक्षा भी पास कर ली गई। उसके बाद जब छात्र 12वीं में एडमिशन के लिए पहुंचे तब बिहार इंटर काउंसिल से छात्रों की जारी की गई सूची में नाम नहीं होने पर शिक्षकों द्वारा ऐसे छात्रों का एडमिशन लेने से मना कर दिया। जिससे विद्यालय में 11वी की पढ़ाई करने के बाद परीक्षा करने के बावजूद भी 216 छात्र बारहवीं कक्षा के एडमिशन से वंचित हो गए। मामले को लेकर लगभग 6 माह पूर्व छात्रों द्वारा प्रदर्शन भी किया गया। मामला प्रकाश में आने के बाद मौके पर पहुंची डीईओ संघमित्रा वर्मा द्वारा जांच के पश्चात विद्यालय में अनियमितता पाते हुए पूर्व प्राचार्य नंदलाल मांझी के विरुद्ध उचकागांव थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करा दी गई। प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद विद्यालय के प्राचार्य बिना प्रभार दिए ही अब तक मामले में फरार चल रहे हैं। इस दौरान विद्यालय को सुचारू ढंग से चलाने के लिए विद्यालय के वरीय शिक्षक मुकेश कुमार को शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय का प्रभारी भी बना दिया गया। परंतु अभी तक छात्रों से बारहवीं के एडमिशन के नाम पर पूर्व प्राचार्य नंदलाल मांझी द्वारा की गई अवैध वसूली की राशि छात्रों को वापस नहीं मिल सकी और ना ही छात्रों का 12वीं कक्षा में एडमिशन हो सका। जिससे सभी वंचित छात्र 12वीं की परीक्षा देने से भी वंचित होने के कगार पर पहुंच गए है। बताया जा रहा है कि शनिवार के दिन विद्यालय में इंटर की आंतरिक वार्षिक परीक्षा चल रही थी। इस दौरान काफी संख्या में बारहवीं के एडमिशन से वंचित छात्र भी वार्षिक परीक्षा में शामिल होने के लिए पहुंच गए। जिसे विद्यालय के हेडमास्टर मुकेश कुमार द्वारा उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। जिसके बाद छात्र आक्रोशित हो उठे और विद्यालय के गेट के बाहर ही आगजनी कर प्रदर्शन करने लगे। जिससे विद्यालय परिसर में अफरातफरी की स्थिति बन गई। वैसे मौके पर किसी अधिकारी के नहीं पहुंचने के कारण छात्र हंगामा करने के बाद वापस अपने घर चले गए।
हंगामा कर रहे छात्रों में अभयानंद कुमार, मिथिलेश कुमार, फैयाज आलम, निशु कुमार, मुकेश यादव, सुमित कुमार, विकास कुमार, मनु कुमार, बलवंत कुमार, आलोक कुमार आदि छात्र शामिल थे।