गोपालगंज में फर्जी तरीके से रेलवे तत्काल टिकट बना रहे गिरोह का पर्दाफाश, दो सदस्य गिरफ्तार
गोपालगंज: रेलवे का कंफर्म फर्जी टिकट दिलाने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। पूर्वोत्तर रेलवे के थावे जंक्शन से तीन किलोमीटर दूर पैठानपट्टी बाजार में आरपीएफ की सीआइबी व खुफिया टीम ने छापेमारी किया। जहां फर्जी टिकट बनानेवाले गिरोह के दो सदस्य को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई रेलवे काउंटर पर टिकट नहीं मिलने की शिकायत पर की गयी। यह गिरोह निजी आईडी पर मिलते-जुलते फर्जी नामों से टिकट बुक कर लेता था। गिरोह का संचालन थावे जंक्शन के पास स्थित पलक इंटर प्राइजेज से किया जा रहा था। आरपीएफ को छापे के दौरान पता चला कि इस गिरोह ने टिकट ईप्रिंटिंग के माध्यम से करीब एक करोड़ रुपये के टिकट बेचे हैं।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट से फर्जी नामों वाली टिकट बुक करने के लिए सैकड़ों आईडीज़ का इस्तेमाल किया गया था। आरपीएफ ने पलक इंटरप्राइजेज से दो दलाल इमरान और रामाशंकर को गिरफ्तार किए हैं। जो ये टिकट यात्रियों को ऊंची कीमतों पर बेचा करते थे। ये सभी टिकट भारत के कई राज्यों को जाने और आने वाले ट्रेनों की थी। जिसे समय से पहले ही बुक कर लिया गया था। आरपीएफ ने मौके से दो लैपटॉप, पांच मोबाइल, एक प्रिंटर, अलग-अलग बैंकों के सात एटीएम कार्ड और रेलवे के टिकट बनाने के लिए 160 फर्जी आईडी प्रूफ बरामद किए हैं।
दरअसल, आरपीएफ को आईआरसीटीसी के जरिये सूचना मिली थी कि ईटिकट का हर चौराहा व हर शहर में अनाधिकृत रूप से कारोबार किया जा रहा है। इसी आधार पर पलक इंटरप्राइजेज में आरपीएफ ने कार्रवाई करते हुए वहां छापा मारा और लगभग एक करोड़ के राजस्व नुकसान होने का खुलासा किया। रेलवे पुलिस पकड़े गए दोनों दलालों से पूछताछ कर रही है।