गोपालगंज में अतिक्रमण हटाने के विवाद में दो पक्ष आपस में भिड़े, दोनों पक्ष से नौ लोग हुए जख्मी
गोपालगंज के भोरे में दस धुर जमीन से अतिक्रमण मुखिया पति द्वारा हटाने के बाद ग्रामीण दो भाग में बंट गये. बुधवार को दोनों पक्षों में हिंसक मारपीट हुई जिसमें मुखिया सहित नौ लोग दोनों पक्षों से जख्मी हो गये. घटना के बाद पुरे गांव में तनाव व्यापत है. वही भोरे पुलिस दोनों पक्षों से 15 लोगो को नामजद करते हुए काउंटर केश किया है.
बतादें कि भोरे थाना के डूमर नरेंद्र गांव में मुखिया इसरावती देवी के पति सुरेन्द्र मांझी द्वारा गांव के ही योगेन्द्र गोड़ के भतीजा द्वारा दस धुर सरकारी जमीन पर रखी झोपड़ी हटवा दिया गया. जिसके बाद कुछ दिनों बाद पुनः ग्रामीणों ने वहां झोपड़ी रखवा दिया. जिसको लेकर मुखिया पति को अपने बातों की अवहेलना समझ में आ गया तथा बुधवार को डूमर नरेंद्र पंचायत में मुखिया के समर्थकों और ग्रामीणों के बीच भयंकर मारपीट हो गयी. इस घटना में मुखिया, उनके पति सहित दोनों पक्षों के नौ लोग जख्मी हो गये. इस घटना में जख्मी युवक बुलेट सिंह की हालत काफी गंभीर बतायी जा रही है. जिसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है. जिसे देखते हुए गांव में पुलिस कैम्प कर रही है. वहीं दोनों पक्षों से किये गये काउंटर केश में 15 लोगों नामजद किया गया है. कांड अंकित कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
इस घटना को लेकर दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई है. जिसमें 15 लोग नामजद किये गये है. पहली प्राथमिकी डूमर नरेंद्र गांव निवासी छोटेलाल सिंह के पुत्र बुलेट कुमार ने दर्ज कराई है. जिसमें यह आरोप लगाया है कि बुधवार की देर शाम लगभग 7:30 बजे वो गांव के पास स्थित नहर पर टहलने चले गये थे. इसी दौरान डूमर नरेंद्र पंचायत की मुखिया इसरावती देवी के पति सुरेंद्र मांझी अपने गुर्गो के साथ वहां पूर्व से ही घात लगाये बैठे थे. बुलेट कुमार को देखते ही मुखिया और उनके समर्थकों ने हमला कर दिया. जिसमें बुलेट कुमार गंभीर रूप से घायल हो गये. मुखिया के समर्थक इतना उग्र थे कि घटना की जानकारी लेने पहुंचे ग्रामीणों पर भी हमला कर दिया. जिसके बाद दोनों पक्ष भीड़ गये. दूसरे पक्ष से मुन्नी मांझी ने एफआईआर दर्ज कराया है. जिसमें आरोप लगाया है कि वे सभी लोग अपने दरवाजे पर बैठी थी इसी दौरान बलिस्टर सिंह, राकेश कुमार, बुलेट कुमार, वकील सिंह, विजय सिंह, मनीष सिंह, किशोर कुमार सिंह आदि लोग दरवाजे पर आये पिस्टल और हथियार के बल पर जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मुखिया इसरावती देवी उनके पति सुरेंद्र मांझी सहित छह लोगों को मारपीट कर घायल कर दिया.
बरहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामलें की जांच में जुट गई है.