गोपालगंज सदर अस्पताल में बाल कैदी की मौत, परिजनों ने लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
गोपालगंज शहर के सरेया वार्ड न० 1 के निवासी कुतबुद्दीन अली का 17 वर्षीय पुत्र सेराज अली पिछले 24 अगस्त से छपरा बाल सुधार गृह में चोरी के आरोप में बंद था. कुछ दिनों से उसकी तबियत ठीक नहीं रहने की वजह से उसका बाल सुधार गृह के अस्पताल में ही इलाज चल रहा था, लेकिन परिजन इलाज से संतुष्ट नहीं होने की वजह से न्यायालय से गुहार लगा कर सेराज को उचित इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज ला रहे थे. गुरुवार की शाम अस्पताल पहुँचने की क्रम में सेराज की मौत हो गई.
घटना के बारे में सेराज अली के पिता कुतबुद्दीन अली ने बताया की बीते 24 अगस्त को पुलिस अचानक उनके घर पहुंची और सेराज अली को चोरी का आरोप लगते हुए गिरफ्तार कर ले ले गयी. सेराज अली के नाबालिग होने के कारण पुलिस ने छपरा स्थित बाल सुधार गृह में भेज दिया. जहाँ तीन दिन पहले अचानक उसकी तबियत बिगर गयी. बाल सुधार गृह के अस्पताल में ही इलाज चल रहा था. लेकिन सेराज के पिता की माने तो बाल सुधार गृह के इलाज से वो बिलकुल भी संतुष्ट नहीं थे. आखिर कार सेराज के पिता कुतबुद्दीन अली ने न्यायालय के सामने गुहार लगाया की उनके बेटे के इलाज के लिए बाल सुधार गृह से बाहर सदर अस्पताल गोपालगंज में इलाज कराया जाए. न्यायालय के मंज़ूरी के बाद सेराज के पिता सेराज को छपरा से गोपालगंज ले कर चल दिए. लेकिन गोपालगंज पहुँचने के बाद डॉक्टरों ने सेराज को मृत घोषित कर दिया. सेराज के पिता कुतबुद्दीन ने बाल सुधार गृह के प्रशासन पर आरोप लगाया है की अगर सेराज को सही वक़्त पर और बेहतर इलाज मिलता तो शायद सेराज की मौत नहीं होती.