कालाधन को सफ़ेद करने के चक्कर में डॉक्टर चढ़ा आयकर विभाग के हत्थे
नोटबंदी के बाद से काले धन रखने वाले लोगों की नींद उड़ गयी है तरह-तरह के तरीके आजमा रहे हैं वही आयकर विभाग सभी बैंको के खातों पर लेन देन पर नजर रख रही है. जिस खाते में तय सीमा से ज्यादा बैलेंस है उस पर कार्यवाई कि जा रही है इसी क्रम में सहरसा का एक डॉक्टर कालाधन को सफ़ेद करने के चक्कर में एक डॉक्टर आयकर विभाग के हत्थे चढ़ गया.
बताया जा रहा है कि शहर के नामी गिरामी चिकित्सक डॉ शंकर कुमार इशर के एक बैंक खाते में 2.30 करोड़ रुपये मात्र 15 दिनों के अन्दर जमा किये गए थे. आयकार विभाग को इस बात की भनक लगते ही उनके अकाउंट को रडार पर रखा था सोमवार उच्चस्तरीय द्वारा सहरसा जाकर इनके आय के स्रोत की जांच की गयी जिसमे इस बात का खुलासा हुआ कि वो जमा रुपये का कोई लेखा-जोखा नहीं दे पा रहे हैं अर्थात यह सारे रुपये काला धन का हिस्सा है.
सहरसा बाजार में निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉ इशर की ब्लैकमनी को उचित कार्यवाई करने के उपरान्त खाते में जमा सभी रूपए को आयकर विभाग द्वारा जप्त कर लेगा उनके क्लिनिक के सारे कागजात आयकर विभाग द्वारा जब्त कर जांच की जा रही है तथा इस मामले में आयकर रिटर्न दायर करने के अन्य पहलुओं गहन से जांच पड़ताल कर आयकर कि टीम कर रही है.