पटना के स्टील व्यापारी सुशील वार्ष्णेय की दिनदहाड़े निर्मम हत्या
सुशासन का हाल बेहाल होता प्रतीत हो रहा है। राज्य के बड़े स्टील और आयरन व्यापारी सुशील वार्ष्णेय की उस वक्त निर्मम हत्या कर दी गई जब वो हाजीपुर में एसपी राकेश कुमार से मिलकर पटना लौट रहे थे। दिनदहाड़े इस हत्या काण्ड को अंजाम देने वाले अपराधी बाइक पर सवार थे। एक ही बाइक पर सवार तीन की संख्या में रहे अपराधियों ने अपने वाहन पर सवार व्यवसायी को नगर थाना क्षेत्र के गर्दनिया चौक के समीप ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत की नींद सुला दिया है।
क़त्ल कर दिए गए सुशील वार्ष्णेय स्टील और आयरन से जुड़े व्यापार के सूबे के चंद बेहद बड़े व्यपारियों में शुमार किये जाते है। पटना में पिरमुहानि इलाके के अलीगढ लॉक्स जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड वाले परिवार से जुड़े मकतूल सुशिल वार्ष्णेय का बोरिंग रोड में केंद्रीय मंत्री रविशंकर के आवास के समीप ही अपना निजी आवास है। मिली जानकारी के अनुसार लोहा कारोबारी सुशील वासनिक को अपराधियों ने उस वक्त अपना निशाना बनाया जब वो हाजीपुर में गंगा ब्रिज थाने के गर्दनिया चौक के पास से गुजर रहे थे तभी गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के वक्त वैशाली के एसपी राकेश कुमार से मिलकर पटना स्थित अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान हाजीपुर-पटना मार्ग पर गर्दनिया चौक के समीप अपराधियों ने गोली मार दी। आनन फानन में उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने वासनिक को मृत घोषित कर दिया। सुशील को गोली मारे जाने की सूचना के बाद पटना ऑफिस समेतउनके अवास पर हड़कंप मच गया। वासनिक के घायल होने की सूचना मिलते ही पटना से लोग हाजीपुर के लिए रवाना हो गए। उधर घायल व्यवसायी को अस्पताल में लाए जाते ही भारी भीड़ परिसर में जमा हो गई। डाक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया।
वही घटना के बाबत हाजीपुर में मार दिये वार्ष्णेय के भतीजे पीयूष वार्ष्णेय ने बताया कि हाजीपुर सदर थाना का दरोगा फुलेश्वर पासवान चाचा जी को लगातार परेशान किए था। पिछले साल 2015 में हमारे फर्म के 11 लाख की लूट लिए गए थे, इसी केस में अंतिम रिपोर्ट देने खातिर आईओ पासवान लगातार पैसे की मांग बढ़ाये जा रहा था। आज भी बुलाकर रिपोर्ट नहीं दिया इन्ही मामले को लेकर चाचा जी एसपी राकेश कुमार से जाकर मिले। आगे पटना वापसी के रास्ते में किसने-क्यों हत्या कर दी,समझ नहीं पा रहा हूँ।