बिहार का संग्राम: इस्तीफा देने के बाद आरोप-प्रत्यारोप शुरु, लालू ने लगाए नीतीश पर हत्या के आरोप
अचानक से बिहार के मुख्यमंत्री लालू यादव ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीपा दे दिया है। नीतीश के इस कदम के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद भी सामने आए थे। लालू ने प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार के ऊपर कई संगीन आरोप लगाए हैं। लालू ने नीतीश पर अलग-अलग धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं। लालू ने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज है। जिसमें उन्हें उम्र कैद या फांसी तक की सजा हो सकती है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि नीतीश कुमार ने खुद चुनावी हलफनामे में धारा 302 और धारा 307 के तहत इन मुकदमों की बात स्वीकार की थी।
इसके साथ ही लालू ने कहा की नीतीश ने कहा था मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। तो साथ ही नीतीश और मोदी के बीचल में सेटिंग की बात बी लालू यादव ने कही। क्योंकि जब नीतीश कुमार से मीडिया ने बीजेपी समर्थन की बात पुछी थी तो उसमें नीतीश ने ना नहीं कहा था। वहीं तुरंत ही प्रधानमंत्री के ट्वीट आने से लालू ने अपनी बात को और ज्यादा तूल दी है। वहीं महागठबंधन पर भी लालू ने कहा कि महागठबंधन अकेले नीतीश कुमार का फैसला नहीं था। उन्होंने सरकार बनाने का नया फॉर्मूला भी बताया है। लालू ने कहा कि हम बिहार में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहते हैं। तो इससे बेहतर आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस तीनों मिलकर एक नया नेता चुने। जिसमें ना तो तेजस्वी हो और ना ही नीतीश कोई तीसरा नेता चुना जाए जो कि राज्य का मुख्यमंत्री बने।
वहीं तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई मांगे जाने पर लालू यादव ने कहा कि जेडीयू कोई थाना नहीं है और जेडीयू के प्रवक्ता सीबीआई के नहीं हैं। हमने संबंधित जांच एजेंसी को सफाई देने की बात कही थी। आपको बता दें कि पिछले 15 दिनों से बिहार के अंदर सियासी खींचतान चल रही थी। लालू यादव के बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते विवाद चल रहा था।