गोपालगंज डीएम राहुल कुमार ने आम आदमी की तरह मेला का लुफ़्त उठाया
गोपालगंज डी एम राहुल कुमार ने एक आम नागरिक के तरह नवरात्रि के मेले का लुफ्त उठाया। नवरात्रि के नवमी के दिन रात्रि 10 बजे डी एम राहुल कुमार व उनकी पत्नी ने मुहं पर रुमाल रख, अपनी पहचान को छुपाते हुए, आम नागरिक की तरह मेले में देखे गए। वो बिना गार्ड के ही पैदल चलते हुवे जंगलिया मोड़ के पास नजर आये। वो पैदल ही राजा दल के पंडाल के तरफ बढे। फिर भीड़ में वो आँखों से ओझल हो गए। मेले में उनके घूमने की भनक तक किसी को नहीं लगी और वो स्वयं मेले में आम नागरिक की तरह घूम घूम कर मेले की सुरक्षा व्यस्था का जायजा ले रहें थें। जिन्होंने भी उन्हें देखा वो देख भौचक रह गए की वो देखो मेले में डी एम साहब घूम रहे है वही किसी को अपनी आँखों पे विश्वाश ही नही हो रहा था कि वो हकीकत में देख रहे है या सिनेमा। डी एम राहुल कुमार का इस तरह बिना सुरक्षा के आम लोगों के बिच घूमना ये दर्शाता है की वो जिले के सुरक्षा से कितने संतुष्ट है की उन्हें खुद भी इतनी भीड़ में किसी सुरक्षाकर्मी की ज़रूरत महसूस नहीं हुई। डी एम राहुल कुमार का मेले में आम नागरिक की तरह घूमना और सुरक्षा वयवस्था का जायजा लेना सराहनीय है। वही कुछ लोगो का कहना था कि हम भाग्यशाली है कि हमारे जिले में राहुल कुमार जैसे डी एम है। जिनका एक दृश्य हाल ही में 2 अक्टूबर के दिन देखा गया। 2 अक्टूबर को गोपालगंज का 44 वा जिला स्थापना दिवस था, उस दिन शाम के समय अम्बेडकर भवन में गौरव सम्मान समारोह चल रहा था। इस समारोह में जितने भी वरिष्ट लोग आये थे, उनके ऊपर विशेष ध्यान देना, अगर किसी बृद्ध से चला नहीं जा रहा था तो राहुल कुमार स्वयं चल कर उन लोगो के पास गए और गौरव सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम के समापन तक बैठे रहे बड़े बुजरुगो को अम्बेडकर भवन के अंदर से बाहर गेट तक देर रात तक छोड़ते रहे और कार्यक्रम चलता रहा। डीएम राहुल कुमार का ऐसा व्यक्तित्व शायद ही किसी आई ए एस अधिकारी में देखने को मिले। गोपालगंज वासियों को ऐसा जिलाधिकारी पर गर्व है।