गोपालगंज में दिखने लगा मुहर्रम आखाडे की तैयारी
गोपालगंज नगर थाना क्षेत्र के तकिया, फतहा समेत सुदूर देहात के गांवों में दिखने लगा मुहर्रम के आखाडे की तैयारिया। आखाड़े के तैयारिय के दौरान लोगों में हर्षो-उल्लास नज़र आया। लोगों ने अखाड़े की तैयारिय में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। आखाड़े में बच्चे व बूढ़े भी जमकर दिखाई अपनी अपनी कलाबाजी।
जबकि वही कुछ मुस्लिम तबके के लोग आरजेडी के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन की जमानत सुप्रीम कोर्ट के द्वारा खारिज होने के बाद, आरजेडी सुप्रीमो लालु प्रसाद यादव व बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से नाराज थे। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग सरकार व मिडिया के विरोध में कैंडल मार्च भी निकाली। मो शहाबुद्दीन का जमानत खारिज होने के बाद वो सीवान सिविल कोर्ट में आत्मसमर्पण किये, उसी दिन शाम में हीना सहाब के साथ मो शहाबुद्दीन के समर्थकों ने सरकार और मीडिया के विरोध में कैंडल मार्च निकली। देखते ही देखते कैंडल मार्च सिवान, गोपालगंज से चलकर देश की राजधानी में जंतर मंतर तक पहुँच गयी। यही नहीं रुका ये सिलसिला खाड़ी देशों में भी पहुंचा।
गोपालगंज के स्थानिय होटल शबनम में 4 अक्टूबर को महताब आलम की अध्यक्षता में मुस्लिम तबके के लोगो ने एक संगठन बनाते हुवे सरकार के इस रवईये का विरोध किया और मुहर्रम का पर्व नहीं मानाने का निर्णय लिया। संगठन का नाम ” मो शहाबुद्दीन मुक्ति आंदोलन ” दिया गया। ये संगठन जिले में घूम घूम कर अपील करने लगा कि हमारे सांसद मो शहाबुद्दीन साहब के साथ अन्याय हुवा है। इस बार हम लोग मुहर्रम का पर्व नहीं मनाएंगे । फिर भी कुछ लोगो के साथ डीएम राहुल कुमार सहित जिला प्रशासन ने जगह जगह शान्ति बैठक कर मुस्लिम समुदाय के लोगो को प्रेरित किया और जिले के सभी क्षेत्रों में दिखने लगा मुहर्रम का आखाड़ा।