गोपालगंज: लड़की से बात करने से नाराज स्कूली छात्र की उसके दोस्त ने ही चाकू मारकर किया हत्या
गोपालगंज के बरौली थाना क्षेत्र के बरौली बढ़ेया पथ पर निमिया माई के पास घर से स्कूल जा रहे 14 वर्षीय छात्र की उसके दोस्त ने हीं चाकू मार कर हत्या कर दी और फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल ले आई जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या की खबर पर अस्पताल पहुंचे मृत छात्र के परिजन आक्रोशित हो गए तथा शव को अस्पताल से ले जाकर सलोना मोड़ स्थित हाइवे पर प्रदर्शन करने लगे। परिजनों की मांग थी कि हत्या के दो घंटे तक पुलिस मूकदर्शक बनी रही और हत्यारोपित को गिरफ्तार नहीं किया। इसी बीच पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया तो परिजनों का आक्रोश कुछ कम हुआ। इसी बीच एसडीपीओ प्रांजल और नगर इंस्पेक्टर के समझाने पर परिजन शांत हुए और हाइवे पर आवागमन शुरू हुआ।
मूल रूप से गोपालगंज के सरेयां वार्ड तीन का रहने वाला छात्र प्रतीक बरौली के बतरदेह गांव में अपने मामा केशव पटेल के घर रह कर पढ़ाई करता था। घटना की सुबह वह अपनी साइकिल से बरौली स्थित एक स्कूल में पढ़ने जाने के लिए निकला। अभी वह बड़ा बढेया गांव में पहुंचा था कि उसी स्कूल में पढ़ने वाले उसके कुछ मित्र मिल गए और वे एक साथ स्कूल के लिए चल पड़े। अभी वह निमिया माई के पास पहुंचे थे तभी उनमें किसी बात को लेकर आपस में बक-झक होने लगी और इसी बीच उसी के एक दोस्त ने चाकू निकालकर उसके गले में घोंप दिया जिससे प्रतीक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। हत्या के बाद बदहवासी में उसका दोस्त वहां से भाग निकला और चाकू गले में हीं फंसा रह गया। छात्र की हत्या के बाद सड़क से गुजरते राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची जहां मृत छात्र का बैग मिला वहीं एक दुसरा बैग भी मिला जो उसके हत्यारोपित दोस्त का बताया जा रहा है। पुलिस ने दोनो स्कूल बैगों को अपने कब्जे में कर लिया।
छात्र प्रतीक के हत्या की खबर जैसे हीं बतरदेह गांव में पहुंची, बदहवास परिजन अस्पताल पहुंचे और बवाल शुरू कर दिए। परिजनों का आरोप था कि हत्या को काफी देर गुजर गए और पुलिस अब तक शांत बैठी है। काफी देर तक अस्पताल में अफरातफरी का माहौल रहा। इसी बीच पुलिस की गाड़ी शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने को पहुंची तो आक्रोशित परिजनों ने गाड़ी को भगा दिया। पुलिस की गाड़ी को लौटाने के बाद परिजनों ने अपनी गाड़ी बुलाई तथा छात्र प्रतीक का शव गाड़ी पर लादकर एनएच 27 स्थित सलोना मोड़ पर पहुंचे और शव को हाइवे पर रख कर आवागमन बाधित कर दिया। परिजनों के साथ पहुंची भारी भीड़ ने सड़क पर टायर जला कर रख दिया जिससे आवागमन बंद हो गया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस अब तक चुप बैठी है, कुछ कर नहीं है। परिजनों की मांग थी कि छात्र की नृशंस हत्या करने वाले हत्यारोपित का एनकाउंटर करे।
करीब चार घंटे तक हाइवे बंद रहा और दोनो ओर सैकड़ों गाड़ियों की कतार लग गई। कड़ी धूप में बच्चे, महिलाएं आदि पानी के लिए तरसते रहे। हाइवे जाम की खबर पर पहुंचे सदर एसडीपीओ प्रांजल तथा नगर इंस्पेक्टर सलोना मोड़ पहुंचे जहां परिजनों को समझाने के बाद जाम हटा और आवागमन चालु हो सका इसी बीच पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए परिजनों द्वारा हत्यारोपित किए जा रहे छात्र की मां को उसके घर बड़ा बढेयां से उठा लिया और अपने साथ ले गई। मां की निशानदेही पर पुलिस ने हत्यारोपित को भी करीब आधे घंटे में पकड़ लिया।
बता दे की मूल रूप से गोपालगंज के सरेयां निवासी छात्र अपने मामा केशव पटेल और चंदन पटेल के घर बतरदेह गांव में रह कर पढ़ाई किया करता था। वह एसए पब्लिक स्कूल में नौवीं कक्षा का छात्र था। उसके मामा केशव पटेल भी एसए पब्लिक स्कूल में शिक्षक का काम करते हैं और भांजे का नामांकन भी इसी विद्यालय में करा रखा था। प्रतीक दो भाई था, इससे बड़ा भाई कोटा में रहकर पढ़ाई करता है। मां नीतु देवी गोपालगंज स्थित अपने घर पर रहती हैं तथा प्रतीक को अपने मैके पढ़ने के लिए भेज दी थी। मृतक प्रतीक के पिता स्व. अजय पटेल की हत्या करीब दो वर्ष पहले गोपालगंज के साधु चैक के पास हो चुकी है। हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया गया था। हालांकि अभी भी हत्या का मामला ज्यों का त्यों है। परिजनों को न्याय नहीं मिल सका है।. इसी बीच बेटे प्रतीक की हत्या भी हो गई।
सूत्रों की मानें तो प्रतीक और उसके हत्यारे दोस्त एक हीं स्कूल के छात्र थे। चार दिन पहले प्रतीक और हत्यारे दोस्त के बीच किसी लड़की से बात करने को लेकर तूतू-मैंमैं हुई थी। नाम नही बताने की शर्त पर कहा कि हत्यारोपित छात्र की बहन भी उसी स्कूल की छात्रा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि हत्या का कारण यह भी हो जिसे हत्यारोपित बताने से कतरा रहा है और उसने दोस्त की हत्या कर दी। जो भी हो, हत्या के बाद परिवार और क्षेत्र में मातमी सन्नाटा पसरा है।