गोपालगंज

गोपालगंज: बाबासाहेब के मार्गों और सिद्धांतों का पालन करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी

गोपालगंज सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जयंती के अवसर पर गोपालगंज शहर के अंबेडकर चौक, कुचायकोट प्रखंड के बरौली ग्राम, मनियारा बाजार, मनियारा मिडिल स्कूल, बखरी खान पट्टी एवं एकडेरवा में माल्यार्पण किया।

माल्यार्पण करने के बाद सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक भारत के महानतम नेताओं और दूरदर्शी लोगों में से एक भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बाबासाहेब अंबेडकर एक महान व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। भारतीय संविधान के निर्माता होने के साथ-साथ वे एक महान राजनीतिक नेता, इतिहासकार, कानूनविद, दार्शनिक, अर्थशास्त्री, व्याख्याता, संपादक, शिक्षक, क्रांतिकारी और प्रभावशाली लेखक के रूप में बाबासाहेब की उपलब्धियां और योगदान अतुलनीय है।

सांसद ने कहा कि बाबासाहेब ने दलित, वंचित और शोषक वर्ग के लिए जीवन भर संघर्ष किया और अपना पूरा जीवन दलित उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। सामाजिक कार्यों में उनकी सक्रिय भागीदारी के कारण उन्हें बाबासाहेब के नाम से भी संबोधित किया जाता है। उन्होंने छुआ-छूत के साथ-साथ जाति व्यवस्था को भी समाप्त करने में अपना योगदान दिया पूरा देश उनके अतुलनीय कार्य और दलित आंदोलन की शुरुआत में महत्व योगदान के लिए याद करता है।

सांसद ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के आलोक में पंचायत स्तरीय भीम चौपाल के जरिए भारत रत्न एवं विश्व विभूति बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा किए गए कार्यों एवं मुख्यमंत्री द्वारा डॉ भीमराव के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए किए गए कार्यों की जनता तक पहुंचाया गया और मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्धारित 5 संकल्प को लोगों के बीच संकल्पित कराया गया जोकि निम्नलिखित है :
१. अपने बच्चों एवं परिवार को जरूर शिक्षित करेंगे!
२. शराब एवं किसी तरह का नशा नहीं करेंगे!
३. संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा अपनी इज्जत की तरह किसी भी तरह करेंगे।
४. धर्म का राजनीतिकरण एवं सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वालों का बहिष्कार करेंगे!
५. कोर्ट के सौदागर ओं के प्रलोभन में आकर बाबासाहेब के लिए कोर्ट के अधिकार का अपमान नहीं करेंगे।

सांसद ने कहा कि बाबासाहेब के सामाजिक कार्यों और लोगों के उत्थान के प्रति उनके इस योगदान के लिए उन्हें भारत में बहुत सम्मान के साथ याद किया जाता है। उन्हें दिल से सम्मान और आदर देने का एकमात्र तरीका यह है कि हम उनके बताए गए मार्गों और सिद्धांतों का पालन करें और उनके द्वारा दिखाए मार्ग पर चलें। ताकि देश में अशिक्षा, निर्धनता और छुआछूत जैसी समस्याओं का अंत किया जा सके। यही हमारी बाबासाहेब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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