गोपालगंज: टीम ने एमडीए अभियान का किया मॉनिटरिंग, डोर-टू-डोर जाकर आमजनों से ली फीडबैक
गोपालगंज जिले में फाइलेरिया बीमारी से बचाव के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लाभार्थियों को दवा खिला रही है। अभियान के सफल क्रियान्वन को लेकर विभिन्न स्तर पर मॉनिटरिंग किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरूवार को राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, भारत सरकार के दो सदस्यीय टीम ने जिले में चल रहे एमडीए अभियान का जायजा लिया। टीम के सदस्यों ने गांवों में जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से अभियान के बारे में जानकारी ली। भारत सरकार की टीम में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग कार्यक्रम के कंसलटेंट जयराम परेसा, डॉ. अभिनंदन शामिल है। टीम के सदस्यों ने बरौली प्रखंड के सरार गांव, थावे के रामचंद्रपुर गांव, हथुआ के अली चक में अभियान की मॉनिटरिंग की। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किस तरीके से लाभार्थियों को दवा खिलाया जा रहा है, इस बात की जानकारी ली गयी। दवा खिलाया जा रहा है या वितरण किया जा रहा है इस संबंध में आम लोगों से भी पूछताछ की गयी। इस दौरान रिपोर्टिंग फार्मेट व आशा रजिस्टर की जांच की गयी। साथ-साथ घर-घर जाकर लाभार्थियों से इस बात की जानकारी ली गयी कि दवा खिलाया गया है या नहीं। अगर कहीं कोई व्यक्ति दवा खाने से इनकार करता है तो उस समस्या को सामाधान के लिए क्या उपाया किया जा रहा है इन महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जांच की गयी। इस दौरान जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण, भीबीडीसी अमित कुमार, भीडीसीओ प्रशांत कुमार, विपिन कुमार, केयर इंडिया के डीपीओ आनंद कश्यप, पीसीआई के आरएमसी बच्चू आलम, सीफार के डीसी नेहा कुमारी समेत अन्य मौजूद थे।
दवा पूरी तरह से सुरक्षित, किसी भ्रम में नहीं रहें: जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुषमा शरण ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान उपलब्ध कराई जाने वाली दवा का सेवन अवश्य करें। उन्होंने कहा कि बिना लक्षण वाले लोगों के शरीर में भी फाइलेरिया रहती है और 14-14 वर्ष बाद भी इसका असर शुरू होता है। उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए लोगों को लगातार पांच साल तक इस दवा का सेवन करना आवश्यक है। यह दवा पूरी तरह सुरक्षित है।उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए टीम का गठन कर लिया गया है जिले में कुल 1321 टीम बनाई गई है। एमडीएम अभियान तभी सफल होगा जब इसमें समुदाय के सभी लोग अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। 10 से 14 दिनों तक सर्वजन दवा सेवन अभियान चलेगा।
ब्लॉक रिस्पांस टीम को सूचित करें: दवा सेवन दो साल से कम उम्र के बच्चों,गर्भवती और गंभीर रोग से पीड़ित लोगों को छोड़ कर सभी को करना है। दवा खाने से जब शरीर में परजीवी मरते हैं तो कई बार सिरदर्द, बुखार, उलटी जैसी प्रतिक्रिया देखने को मिलती है। इनसे घबराना नहीं है और आमतौर पर यह स्वतः ठीक हो जाते हैं। अगर किसी को ज्यादा दिक्कत होती है तो आशा कार्यकर्ता के माध्यम से ब्लॉक रिस्पांस टीम को सूचित कर सकता है।