राष्ट्रपति की दौड़ में मुरली मनोहर जोशी के नाम पर संघ में मंथन
तो अब संघ का वो सपना भी पूरा हो सकता है जब देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों उसके स्वयंसेवक होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अक्सर नाराज दिखाई देने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी देश के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं, ख़बरों की माने तो इसके लिए खुद मुरली मनोहर जोशी ने मेहनत करनी शुरू कर दी है। मुरलीमनोहर जोशी ने पछले कुछ दिनों में संघ के दफ्तरों के कई चक्कर लगाए हैं। इसी महीने 6 और 7 जून को उन्होंने संघ के कई वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की। इस कड़ी में जोशी ने नागपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत से लम्बी चर्चा भी की।
संघ के कई नेता जोशी के नाम पर सहमत भी बताये जा रहे हैं। संघ के विचारक देवेन्द्र स्वरुप का कहना है कि जोशी संघ की पृष्भूमि से से निकले हैं और वो दीनदयाल उपाध्याय की परंपरा के अनुयायी भी रहे हैं। हालाँकि राष्ट्रपति की दौड़ में बीजेपी के कई अन्य नेता भी शामिल हैं ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कई अन्य नेताओं के समर्थन की जोशी को जरूरत पड़ेगी।
बीजेपी की ओर से सुमित्रा महाजन, वेंकैया नायडू और थावरचंद गहलोत जैसे नाम भी पिछले दिनों में राष्ट्रपति पद की दौड़ में उछले हैं। वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी चाहते हैं कि देश का अगला राष्ट्रपति भी कोई बीजेपी का ही नेता बने तो लाभ उन्ही का है, जिससे उनकी सरकार को कोई भी फैसला लेने में आसानी हो।