गोपालगंज डीएम ने जनता दरबार लगा कर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों से सुनी उनकी समस्याएँ
गोपालगंज समाहरणालय परिसर में जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के द्वारा जनता दरबार का आयोजन कर जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों से मिलते हुए उनकी समस्याएँ सुनी गयी एवं संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को अग्रसारित कर जल्द से जल्द निष्पादित करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान ज्यादातर मामले जमीन विवाद एवं अतिक्रमण से सम्बंधित थे।
थावे प्रखंड के वृंदावन तकिया निवासी नीलम कुमारी ने जिला पदाधिकारी के समक्ष कहा कि उनके पति उन्हें छोड़ दिये है। उन्होंने अपनी व्यथा को बताते हुए कहा कि पति द्वारा तलाक का केस भी कर दिया गया है। साथ ही बेटी को भी अपने पास ही रख लिया गया है। नीलम कुमारी द्वारा जिला पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई गयी।
गोपालगंज प्रखंड के जादोपुर निवासी फातिमा खातुन द्वारा अपने परिजन के करंट लगने के कारण हुई मृत्यु को लेकर मुआवजा नही मिलने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गयी। अपनी समस्या को लेकर फुलवरिया प्रखंड के चमारी पट्टी से समाहरणालय पहुँचे अभिमन्यु कुमार शुक्ला ने आंगनवाड़ी बहाली रदद् कर दिए जाने को लेकर अपनी शिकायत दर्ज करायी। कुचायकोट प्रखंड के पुरखास के रहने वाले बलिराम भगत द्वारा उनके परिजन के कोरोना से मृत्यु पर मुआवजा राशि नही मिलने की शिकायत की गयी।
कुचायकोट प्रखड के बूढ़ी हरिहरपुर निवासी चानस राम द्वारा बताया गया कि उनके पुत्र की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गयी है। उन्होंने जिला पदाधिकारी को मुआवजा के लिए आवेदन दिया। बरौली प्रखंड के लरौली निवासी पिंटू कुमार ने बताया कि उनके पास रहने के लिए घर नही है। उन्होंने इंदिरा आवास के माध्यम से घर की माँग की। गोपालगंज प्रखंड अंतर्गत विशुनपुर पश्चिमी निवासी नत्थू शर्मा ने बताया कि गोपालगंज बेतिया बाईपास में पड़ी हुई उनके जमीन का मुआवजा राशि किसी अन्य व्यक्ति के खाते में चली गयी है। गोपालगंज प्रखंड अंतर्गत बरई पट्टी निवासी मुकेश कुमार राम द्वारा उनकी पत्नी के पानी मे डूब जाने के बाद मृत्यु का मुआवजा राशि ना मिलने की बात कही गयी। हथुआ प्रखंड के भोजहाता गांव निवासी पेशे से शिक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके खाते से फ्रॉड तरीके से 39791 रुपए गायब कर दिया गया है।
सभी फरियादियो दवारा जिला पदाधिकारी से बारी बारी अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया। शिकायत सुनने के क्रम में ही जिला पदाधिकारी द्वारा सम्बन्धित शिकायतों के संदर्भ में सम्बन्धित पदाधिकारियों को उक्त शिकायतों की जाँच कर निष्पादन का निदेश दिया गया।
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