गोपालगंज: सरकार द्वारा गेहूं की खरीद योजना फ्लॉप, निर्धारित लक्ष्य का 1 प्रतिशत भी नहीं हुई खरीदारी
गोपालगंज के पंचदेवरी प्रखंड के नौ पैक्सों में सरकारी दर पर गेहूं की खरीद योजना फ्लॉप साबित हुई। प्रखंड में गेहूं अधिप्राप्ति की तैयारी रह गयी धरी की धरी और लथ्य पूरी नहीं हो सकी है। प्रखंड में 31 मई तक 20 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य था। इसके विरुद्ध एक किलो भी किसानों से गेहूं की खरीद नहीं हुई है। जबकि सरकारी रेट 2015 रुपए प्रति क्विंटल था।
किसानों की माने तो गेहूं कटनी व दौनी के समय गांव देहात में स्थानीय व्यापारी 2050 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रहे थे। किसान समितियों से नहीं बेचकर सीधे लोकल व्यवसायियों के हाथों देते गए। व्यवसायी इसे गुजरात व बंगाल के बाजार तक ले जाकर बिक्री किए। अभी बाहर में गेहूं बिक्री पर लगायी गयी रोक से ग्रामीण क्षेत्र में 1900 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं का रेट पहुंच गया है। हालांकि बहुत कम किसानों के पास गेहूं बचा है। जबकि प्रखंड में 27 सौं हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई थी। बीसीओ दीपू कुमार ने बताया कि प्रखंड के नौ पंचायत व एक व्यापार मंडल में लगभग 20 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित था। जिसके विरुद्ध एक किलो भी खरीदारी नहीं हुई है। किसान बाजार भाव को लेकर पैक्सों में गेहूं नहीं बेच रहे हैं। जानकारों ने कहा कि इसबार गेंहूं की सरकारी खरीद मूल्य से ज्यादा बाजार में भाव चढ़ा रहा। जिससे किसान पैक्सों में अपना फसल बेचने के बजाए बाजार पर ही निर्भर रहे। बाजार भाव ही उन्नीस सौ से लेकर इक्कीस सौ पचास तक रहा।