गोपालगंज: कोरोना संक्रमण के मामले में आयी गिरावट, पांच रणनीति से होगा कोरोना संक्रमण पर वार
गोपालगंज: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार गिरावट आ रही है। मरीजों की संख्या काफी कम हो चुकी है। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा कोरोना संक्रमण को लेकर नया गाइडलाइन जारी किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि पिछले 2 महीनों से देश भर में कोविड-19 मामलों की संख्या में निरंतर और महत्वपूर्ण गिरावट देखी जा रही है। इस मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जिलों को एक इकाई के रूप में ध्यान में रखते हुए परीक्षण, निगरानी, नियंत्रण और प्रतिबंधों के माध्यम से कोविड -19 महामारी से निपटने के लिए अनुशंसित रणनीतियों के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया है। कोविड-19 के त्वरित और प्रभावी प्रबंधन के लिए आवश्यक उपायों का कार्यान्वयन और निगरानी जारी रखें और इस मंत्रालय द्वारा जारी विभिन्न परामर्शों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करें। इस संदर्भ में, जिले को निर्णय लेने के लिए एक इकाई के रूप में रखते हुए परीक्षण, निगरानी और नियंत्रण आधारित प्रतिबंधों के लिए अनुशंसित रणनीतियों के संबंध में मंत्रालय का 18 फरवरी 2022 का मार्गदर्शन अभी भी मान्य है।
पांच नियमों का पालन करना है आवश्यक: जारी पत्र में कहा गया है कि छूट के लिए साक्ष्य आधारित निर्णय की सुविधा के लिए परीक्षण के निरंतर और महत्वपूर्ण स्तर के आधार पर नए मामलों के उभरते आंकड़ों की जिला स्तर पर निरंतर समीक्षा होनी चाहिए। पांच-स्तरीय रणनीति, यानी टेस्ट-ट्रैक ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार के पालन पर निरंतर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। राज्य प्रवर्तन तंत्र को कोविड उपयुक्त व्यवहार के मानदंडों को प्रभावी ढंग से लागू करना चाहिए, अर्थात फेस मास्क पहनना और सभी सार्वजनिक क्षेत्रों और सभाओं में सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाए रखना। समुदाय के बीच अग्रिम जुड़ाव और जानकारी सुनिश्चित करें ताकि कोई गलत सूचना या घबराहट न हो, अस्पताल और परीक्षण बुनियादी ढांचे की उपलब्धता, नियमित प्रेस ब्रीफिंग आदि पर पारदर्शी संचार हो। सख्त प्रवर्तन द्वारा समर्थित समुदाय की भागीदारी आवश्यक है कोविड उपयुक्त व्यवहार सुनिश्चित करना। साक्ष्य आधारित सूचना समुदाय को तदनुसार नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाएगी।
टीकाकरण विशेष फोकस: टीकाकरण, बीमारी को रोकने, अस्पताल में भर्ती होने और मामले की गंभीरता को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति है। सभी पात्र आयु समूहों के लिए शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने की दिशा में प्रयास करेंगे। छूटे हुए प्रथम और द्वितीय खुराक लाभार्थियों को कवर करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसी तरह, सभी पात्र लोगों के लिए युवा किशोरों (12 वर्ष और अधिक) के बीच एहतियाती खुराक और टीकाकरण का भी प्रबंध किया जाएगा। पात्र कर्मचारियों के शत-प्रतिशत टीकाकरण को बढ़ावा देते हुए सेवाओं की बहाली की जाएगी।