गोपालगंज

गोपालगंज ठेकेदार हत्याकांड में नया मोड़, कार्यपालक अभियंता का घुस मांगते विडियो हुआ वायरल

गोपालगंज में ठेकेदार हत्याकांड के तीसरे दिन भी आरोपी चीफ इंजिनियर सहित अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है, वे अभी भी फरार है। वही इस मामले में आवाज़ टाइम्स को एक विडियो मिला है। जिसमे जलसंसाधन विभाग का कार्यपालक अभियंता सत्येन्द्र कुमार घुस की मांग कर रहा है । उसे घुस के तौर पर 30 हजार रूपये दिए भी गए है। लेकिन वह पूरा पैसे एक साथ लेने की मांग कर रहा है। सत्येन्द्र कुमार भी ठेकेदार हत्याकांड का नामजद आरोपी है। इस विडियो को मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के बेटे राणा प्रताप सिंह ने बनाया है।

इस विडियो में साफ़ दिख रहा है की जलसंसाधन विभाग का कार्यपालक अभियंता अपने घर पर कुर्सी पर बैठा है। वहा उसके सामने एक व्यक्ति पैसे को लेकर बातचीत कर रहा है। इसके साथ ही टेबल पर उसे घुस देने के लिए 30 हजार रूपये जो पांच सौ के नोट है। उसे रखा गया है। बातचीत के दौरान मृतक का बेटा लगातार पैसे की तंगी और बैंक अकाउंट को सीज करने की गुहार लगा रहा है। वह साफ़ कह रहा है की उसने जेई, एसडीइ और अन्य लोगों को उनका हिस्सा दे दिया है। अब वह कार्यपालक अभियंता के पास भी पैसे देने के लिए है। लेकिन अभी सिर्फ कुछ पैसे ले ले और बाकि कमीशन का पैसा वह चार पांच दिन में देगा। लेकिन अभियंता लगातार उसकी बात सुन रहा है।

मृतक ठेकेदार के बेटे राणा प्रताप सिंह ने घुस कांड से सम्बंधित विडियो के बारे में कहा की लगभग डेढ़ माह पहले का मामला है। जलसंसाधन विभाग के ठेकेदारी में उनका लगभग डेढ़ दो करोड़ रुपया फंस गया था। जिसमे 60 – 70 लाख रूपये का भुगतान बकाया था। पैसे के भुगतान के लिए बार बार प्रताड़ित किया जा रहा था और घुस के पैसे के लिए दबाव बनाया जा रहा था। प्रताड़ना और दबाव के बाद पापा जी ने कहा की अधिकारिओ को पैसे देने होंगे पैसे घर में थे नहीं। इसलिए वे इधर उधर से पैसे इकठ्ठा कर 30 हजार रूपये कार्यपालक अभियंता को जाकर दिए। उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था। इसलिए वे मजबूरन विडियो बनाये, वे कही शिकायत नहीं कर सकते थे। वे लोग आखिरी अस्त्र के तौर पर इस विडियो को बनाकर रखे थे। लेकिन जब उनका धैर्य टूट गया तब उन्होंने मज़बूरी में सीआईडीके डीआईजी को यह विडियो सौपा।

इस विडियो के सामने आने के बाद आरोपी अभियंताओ की मुश्किलें बढ़ गयी है। विडियो के खुलासे के बाद पीड़ित पक्ष का जो दावा था वह साबित हो रहा है। क्योकि मृतक के बेटे का आरोप है की 15 लाख घुस नहीं मिलने से चीफ इंजिनियर मुरलीधर सिंह, अधीक्षण अभियंता जीतेन्द्र प्रसाद सिंह और कार्यपालक अभियंता सत्येन्द्र कुमार, चीफ इंजिनियर की पत्नी ने मिलकर उनके पिता को जिन्दा जला कर उनकी हत्या कर दी।

वही इस घटना में ताजा अपडेट के मुताबिक चीफ इंजिनियर के घर से 2 लाख 74 हजार रूपये कैश और करीब 300 सोना के गहने बरामद किये गए है। जाँच अधिकारिओ ने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किये है। जो इस हत्याकांड से जुड़ा हुआ है।

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