गोपालगंज लौटे यूक्रेन से छात्र, घर लौटने पर खुशियों का माहौल, परिजनों ने लिया राहत भरी सांस
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग ने गोपालगंज के छात्रों की मुश्किलें बढ़ा दी है. यूक्रेन से 25 से ज्यादा छात्र फंसे हुए हैं. हालांकि इन छात्रों की वतन वापसी के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ जारी है. ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत गोपालगंज के तीन छात्र को वापस लाया जा चुका है. इनमें उचकागांव प्रखंड के जमसड़ी गांव के राहुल कुमार, मांझा प्रखंड के शेखपरसा गांव की जूही कुमारी और शेखपरसा गांव का गौसुल आलम छात्र शामिल है.
यूक्रेन से गोपालगंज पहुंचे छात्र राहुल कुमार ने खुशी जाहिर की है. साथ ही केंद्र और बिहार सरकार के पहल की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया है. वहीं राहुल के घर पहुंचते ही उसके माता-पता के चेहरे पर खुशी छा गयी. लाडला बेटा की मां उषा देवी ने आरती उतारी और मिठाई खिलाकर जिगर के टुकड़े को कलेजे से लगा लिया.
राहुल बीते दिसंबर में ही यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गया था. दो महीने ठीक से रहा, उसके बाद युद्ध के हालात बन गये और अब वापस घर लौट आया है. राहुल ने केंद्र सरकार की ऑपरेशन गंगा की सराहना करते हुए बताया कि उसके साथ बिहार के कई जिलों के छात्र यूक्रेन में फंसे थे, जो पटना लौटें हैं. जबकि दो दर्जन छात्र अभी भी यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं.
वहीं मांझागढ़ प्रखंड के शेखपरसा गांव के रहनेवाले छात्र गौसुल आलम के घर भी खुशी की लहर है. यूक्रेन के रोमानिया बॉर्डर पर तीन दिनों तक फंसे रहने के बाद ऑपरेशन गंगा के तहत गौसुल को भारत लाया गया. सोमवार की सुबह दिल्ली पहुंचा और देर शाम में पटना से अपने घर आया. गौसुल के घर पहुंचते ही फूलों का माला पहनाकर परिजनों ने छात्र का स्वागत किया तो कोई मिठाई खिलाकर और गले मिलकर स्वागत किया. वहीं छात्र गौसुल ने भी घर पहुंचकर मिट्टी को चूम लिया और युद्धग्रस्त देश से सुरक्षित स्वदेश लौटने पर केंद्र और बिहार सरकार को धन्यवाद दिया.