गोपालगंज: शराबबंदी के दावों के बीच कलेक्ट्रेट ऑफिस के पास शौचालय में मिली शराब की खाली बोतले
गोपालगंज: बिहार में शराबबंदी है और शराब बंदी के बाद भी पटना के बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतल मिलने के बाद भारी बवाल मचा था। जिसको लेकर विपक्ष ने भी जमकर हंगामा और बवाल काटा था। ऐसा ही मामला अब गोपालगंज में देखने को मिल रहा है। यहां पर जिला समाहरणालय के पश्चिमी गेट के बगल में बने शौचालय के पास भारी मात्रा में शराब की खाली बोतलें मिली है। इन बोतलों को बोरे में बंद कर शौचालय में रखा गया था। स्थानीय लोगों ने कैमरे से बचते हुए बताया कि इन बोतलों को समाहरणालय के कर्मियों के द्वारा ही इस्तेमाल करने के बाद यहां फेका गया होगा।
दरअसल जिला समाहरणालय में सफाई कर्मियों के द्वारा ही सफाई करने के बाद यहां फेका गया होगा। या फिर समाहरणालय के ठीक बगल में बने गोपालगंज क्लब में आने जाने वाले उन लोगो के द्वारा इस्तेमाल किया गया होगा जो अक्सर यहां आते है। फिर यहां के सफाई कर्मियों के द्वारा शराब की इन खाली बोतलों को छुपाकर कूड़े में फेकने के बजाय यहां छुपाकर रख दिया गया होगा। शौचालय में रखे इन शराब की बोतलों को आप देख सकते हैं कि कैसे बोरे के पैकेट में इन शराब की खाली बोतलों को रखा गया है। यह शौचालय जिला समाहरणालय के ठीक पश्चिमी गेट के बगल में है। जहा ब्रांडेड अंग्रेजी शराब की बोतल रखी हुई है। वह भी एक दो नहीं बल्कि दर्जनों की संख्या में है।
हैरानी की बात है कि इस शौचालय का इस्तेमाल समाहरणालय के सुरक्षा कर्मी भी करते हैं। बावजूद इसके अब तक यह किसी के संज्ञान में नहीं आया कि आखिर खाली बोतलें यहां पर आई कैसे। सबसे बड़ी बात है कि शराबबंदी को लेकर अभी जीता राम मांझी ने भी सरकार के ऊपर हमला बोला है। जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकारी अधिकारी भी शराब पीते हैं।
अब गोपालगंज जिला समाहरणालय के पास शराब की खाली बोतलें आखिर फेका किसने है।