गोपालगंज: बहन के तिलक की तैयारी में जुटा था पूरा परिवार तभी आ गई भाई के मौत की खबर
गोपालगंज के सिधवलिया प्रखण्ड के बरहीमा मठिया निवासी एक व्यक्ति की उतर प्रदेश के इटावा में सड़क हादसे में मौत हो गई। मौत की सूचना पाकर परिजनों में कोहराम मच गई। मृतक के घर उसकी बहन की शादी होने वाली है जिसमे वह शामिल होने के लिए बाइक से घर लौट रहे थे तभी यह हादसा हो गया।फिलहाल इटावा पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा रही है।
घटना के सन्दर्भ में बताया जाता है कि ब्राहिमा मठिया गाँव निवासी मृतक स्व उपेन्द्र प्रसाद के पुत्र राजकुमार प्रसाद था। जो 12 वर्षो से फरीदाबाद में अपने बच्चे व पत्नी के साथ रहकर इलेक्ट्रिशियन के काम करता था। मृतक तीन भाई व दो बहनों में सबसे बड़ा था। पिता के मौत के बाद पूरे परिवार भाई बहन माँ पत्नी व बच्चो का भरण पोषण करता था। मृतक अपनी बहन प्रतिमा की शादी सिवान जिले के जामो थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गाँव निवासी सचिन्द्र प्रसाद के पुत्र नीतीश कुमार से तय हुई थी। 28 नवम्बर को तिलक व 1 दिसम्बर को बारात थी। इस बीच मृतक अपने भाई के साथ पत्नी और बच्चो को घर भेज दिया था। समय नही मिलने के कारण वह सोमवार को फरीदाबाद से अपने घर के लिए बाइक पर सवार होकर नीकल गए थे। इसी दौरान वह जैसे ही इटावा पहुंचे तभी रात दस बजे अज्ञात वाहन ने उनके बाइक में जोरदार टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय अस्पताल में पहुंचा कर शिनाख्त में जुट गई। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कर उसके परिजनों को सूचना दिया। जनाकारी पाकर परिजन इटावा के लिए रवाना हो गए। इधर मृतक राजकुमार के घर कोहराम मचा हुआ है। उसकी पत्नी गुड्डी देवी व माँ सरस्वती लगातार चीत्कार मार कर रो रही है। जिस घर मे शादी की गीत गाए जा रहे थे उस घर मे चारो ओर चीत्कार की आवाज़ गूंज रहे है।।मृतक के 2 पुत्र एक 14 वर्ष का हिमांशु व दूसरा 10 वर्षीय अंकुश कुमार व एक पुत्री अंशु कुमारी अंदर ही अंदर रो रो कर अपनी आंखों को लाल कर लिए है। अब उनके इसी उम्र में सर से पिता का साया हमेशा हमेशा के लिए उठ गया। बता दे कि मृतक पिता के मौत के बाद घर का मालिक था। तीन भाइयों माब सबसे बड़ा था दो भाइयों व एक बहन की शादी की भी जिम्मवारी थी। एक बहन की की शादी पहले ही हो चुकी थी। दूसरी बहन की शादी होने वाली थी तभी यह हादसा हो गया। फिलहाल उस बहन के उपर भी दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसने कभी सोचा भी नही था कि जिस भाई ने पिता के जैसा प्यार दिया वह भाइ की अर्थी उसके डोली उठने के पहले ही उठ गई। फिलहाल बीस घटना के बाद पूरे गाँव मे मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है