गोपालगंज: आज से डोर-टू-डोर बच्चों को पिलाई जा रही है पोलियो ड्रप, 30 सितंबर तक चलेगा अभियान
गोपालगंज: नवजात शिशुओं में विकलांगता होने के मुख्य कारणों में से एक पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए जिले में अंतर्राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत 26 सितम्बर से शुरू कर दिया गया है। पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो किसी भी नवजात शिशु या व्यक्तियों के शरीर को लकवाग्रस्त कर देता है। चूंकि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम होती है। इसलिए उसे इस बीमारी से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। इस संक्रमण को नष्ट करने के लिए जन्म से लेकर पांच वर्ष तक के नवजात शिशुओं को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है।
सिविल सर्जन डॉ. योगेन्द्र महतो ने बताया वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान होने वाली महत्वपूर्ण कार्यक्रम पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के समय कोविड-19 संक्रमण से बचाव के साथ ही सुरक्षित रहते हुए इस अभियान में सभी एएनएम, आशा कार्यकर्ता व आईसीडीएस से जुड़े अधिकारी व कर्मियों को ध्यान रखने की जरूरत है। पोलियो का ड्रॉप पिलाने वाले कर्मियों द्वारा दवा पिलाने के समय मास्क पहनकर, सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने हाथों में ग्लब्स पहनकर ही पोलियो की खुराक पिलाने से संबंधित सख़्त निर्देश दिए गए हैं। कोविड-19 संक्रमण को जड़ से मिटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से लगा है। उन्होंने बताया की पोलियो अभियान में जिले में लगभग 4 लाख बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाई जाएगी।