गोपालगंज: अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनायें – डीएम
गोपालगंज: फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर प्रत्येक व्यक्ति को एमडीए की दवा खिलाना सुनिश्चित करें। उक्त बातें जिलाधिकारी डॉ नवलकिशोर चौधरी ने समीक्षा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए अंतर्विभागीय समन्वय जरूरी है। हर कर्मी मिलकर इस अभियान में ईमानदारी से कार्य करें। इस दौरान जिलाधिकारी के द्वारा आईईसी मटेरियल का भी लांचिंग किया गया। फाइलेरिया चक्र में सभी स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने दवा खिलाना सुनिश्चित करें।
पूर्व के कार्यक्रम की उपलब्धियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अक्सर लोग आशा एवं अन्य कर्मीयों द्वारा दी गई फाइलेरिया की दवा को नहीं खाते हैं। इसलिए उन्हें अपने सामने दवा खिलाएं। जिला समन्वय समिति की बैठक में जिला पदाधिकारी ने सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को फाइलेरिया उन्मूलन के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी तथा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान हर घर में फाइलेरिया उन्मूलन की दवा सेवन कराने का निर्देश दिया गया। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने फाइलेरिया रोग के बारे में बताते हुए इसका रोक थाम एवं प्रबंधन पर सभी उपस्थित पदाधिकारियों का आवश्यक जानकारी दिया गया।
वीडीसीओ, डीवीबीडीसी आरएमसी पीसीआई ,डीटीएल केअर एवं डीपीओ केयर ने सर्वजन दवा सेवन एवं पूर्व एवं पश्चात होने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तार से सभी विभाग के पदाधिकारियों को जानकारी दिया। जिला पदाधिकारी , डीडीसी महोदय ,एसीएमओ , जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ,डीपीओ आईसीडीएस द्वारा फैलेरिया संबंधित प्रचार प्रसार सामग्री का लोकार्पण किया गया । सभी विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी को इस कार्यक्रम पूर्ण सहयोग देने के लिए निर्देशित किया गया। इस मौके पर एसीएमओ, डीएमओ डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह, केयर डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, डीपीओ-भीएल आनंद कश्यप, पीसीआई आरएमसी बच्चु आलम समेत अन्य मौजूद थे।
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरीने कहा कि 20 सितंबर से सर्वजन दवा सेवन का चक्र 14 दिनों का होगा। जिसमें कोविड के प्रोटोकॉल के तहत कटोरी मेथड से दवा खिलायी जाएगी। जिसमें दवा को कटोरी में आशा रख देगी और लोगों को सामने में वह गोली खानी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा फाइलेरिया मरीजों का मुफ्त इलाज एवं आर्थिक सहायता भी दी जाती है। एक टीम एक दिन में 40 से 50 घरों का दौरा कर लक्षित समूह को सिर्फ दवा ही वितरण नहीं करेगी बल्कि उन्हें अपने सामने दवा खिलाएंगे।
डीएमओ डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि हर व्यक्ति को इन दवाओं का सेवन करना है। केवल गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को यह दवा सेवन नहीं करनी है। दो साल से पांच साल तक के बच्चे भी फाइलेरिया दवाओं का सेवन कर सकते हैं और स्वास्थ्य कर्मी की निगरानी में ही दवा का सेवन करना है।