गोपालगंज में पूर्व विधायक की 80 वर्षीय पत्नी वार्ड सदस्य पद के लिए आजमा रही है अपनी किस्मत
गोपालगंज: किसी जमाने में इस बुजुर्ग महिला के पति की राजनीति के क्षेत्र में तूती बोलती थी। लेकिन समय का चक्र ऐसा चला कि दो बार विधायक रह चुके अपने पति के विधानसभा क्षेत्र में इस बुजुर्ग महिला को पंचायत चुनाव में वार्ड सदस्य पद पर चुनावी मैदान में उतरना पड़ा। वह भी 80 साल की उम्र में।
विजयीपुर प्रखंड कार्यालय में शुक्रवार को प्रखंड की पंगरा पंचायत से वार्ड सदस्य पद के लिए दो बार विधायक रह चुके स्वर्गीय बद्री राम की पत्नी 80 वर्षीय पानमती ने वार्ड सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। इसी के साथ पंचायत चुनाव के सबसे अधिक उम्र की प्रत्याशी होने का रिकार्ड भी पानमती देवी ने अपने नाम कर लिया।
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण मेंं विजयीपुर प्रखंड कार्यालय में 7 सितम्बर से लगातार नामांन पत्र दाखिल करने के लिए रोज प्रत्याशियों की भीड़ लग रही है। प्रत्याशी अपने समर्थकों के काफिला के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने प्रखंड कार्यालय आ रहे है। प्रत्याशियोंं व उनके समर्थकों की भीड़ के कारण प्रखंड कार्यालय में पूरे दिन गहमा गहमी रह रही है। इसी भीड़ के बीच अपने दो पुत्रों का सहारा लेकर पैदल विजयीपुर के सहडियरी गांव निवासी 80 वर्षीय पानमती देवी प्रखंड कार्यालय पहुंची। इन्होंने पंगरा पंचायत के वार्ड नंबर तीन से वार्ड सदस्य के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
भोरे विधानसभा क्षेत्र के दो बार विधायक रह चुके स्वर्गीय बद्री राम की पत्नी पानमती देवी को 80 साल की उम्र में वार्ड सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र भरने की जानकारी होने पर लोग आश्चर्यचकित रह गए। लोगोंं के बीच पूर्व विधायक की पत्नी का 80 साल की उम्र में, वह भी वार्ड सदस्य पद के लिए पर्चा भरना पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा।
पानमती देवी के पति बद्री राम साल 1962 और 1967 में भोरे विधानसभा क्षेत्र से दो बार प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। ये लगातार दस साल तक विधायक रहे। दो साल पहले पूर्व विधायक बद्री राम का निधन हो गया। इनके तीन पुत्र थे। तीन साल पहले एक पुत्र का बीमारी से निधन हो गया। दो पुत्र घर पर रहकर खेतीबारी करते हैं। वार्ड सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद दो बार के विधायक रह चुके स्वर्गीय बद्री राम की पत्नी पानमती देवी ने कहा कि उनके पति ने गरीबोंं की सेवा करने मेंं अपना पूरा जीवन लगा दिया। अपने वार्ड में विकास कार्य करने के लिए वे वार्ड सदस्य पद पर चुनाव में उतरी हैं।