गोपालगंज: संभावित तीसरी लहर में कोरोना संक्रमित बच्चों की देखभाल को लेकर ऑनलाइन होगा प्रशिक्षण
गोपालगंज में कोरोना संक्रमण का सेकंड वेव थम चुका है। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि तीसरी लहर भी आ सकती है। संभावित तीसरी लहर में बच्चों को अधिक संक्रमित होने की आशंका जताई गई है। इसको लेकर स्वास्थ विभाग सजग और सतर्क है। इससे निपटने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है। लगातार स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी कड़ी में तीसरी लहर में संक्रमित होने वाले बच्चों की देखभाल एवं प्रबंधन संबंधी ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। यह प्रशिक्षण अर्द्ध दिवसीय होगा। इसको लेकर शिशु स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विजय प्रकाश राय ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि जिले में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचओ तथा स्टाफ नर्स का राज्य स्तर से अर्द्ध दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जारी पत्र के माध्यम से कहा गया है कि 1 सितंबर व 2 सितंबर को 2:00 बजे से 5:30 बजे तक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। जिसमें सभी चिकित्सा पदाधिकारी, सीएचओ तथा स्टाफ नर्स को भाग लेना है। जिले में 1 सितंबर को यह प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने कहा कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। एक्सपर्ट द्वारा चिकित्सकों को नवजात शिशु देखभाल एवं उपचार सम्बन्धित प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मियों को बताया जा रहा है कि उपचार के दौरान नवजात शिशु की देखभाल कैसे करना है। इसके साथ ही उन्हें बताया जा रहा है कि ओआरएस को कैसे और किस समय बच्चे को देना है। ऑक्सीजन थेरेपी के बारे में भी एक्सपर्ट द्वारा चिकित्सक एवं नर्सिग स्टाफ को तकनीकी ज्ञान दिया गया है।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम धीरज कुमार ने कहा कि कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहा है, लेकिन अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। अभी स्थिति सामान्य दिख रही है, इसलिए इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें, 2 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को मास्क अवश्य पहनाएं। यदि सावधानी बरतने के बाद भी बच्चा संक्रमित हो गया हो तो घबरायें कतई नहीं बल्कि समय से उसे चिकित्सक के पास लेकर जाएं।
हल्के संक्रमण बुखार या शरीर में दर्द जैसे मामलों में लक्षण संबंधी उपचार देना चाहिए। कोविड 19 से संक्रमित बच्चे यदि पहले किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं तो उनको अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ सकती है। बच्चों का इलाज चिकित्सीय देखरेख में करना चाहिए। माता पिता टेलीमेडिसिन की सहायता ले सकते हैं।