गोपालगंज: प्रेमिका को दिए शादी के वादे को निभाने के लिए नौकरी छोड़कर पहुंचा प्रेमी, रचाई शादी
गोपालगंज: कहते हैं कि प्यार दीवाना होता है और जो प्यार पागलपन की हद से ना गुजरे वो प्यार कैसा, होश में रहकर तो रिश्ते निभाये जाते हैं। ये बातें शायद किताबी हों लेकिन गोपालगंज में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है, जहां प्रेमी अपनी दुबई की नौकरी छोड़ कर पहुंचा गया अपनी प्रेमिका से शादी करने और थाने में प्रेमी ने अपनी प्रेमिका के साथ भोरे थाने में स्थित बिष्णु मंदिर के सामने भगवान को साक्षी मानकर शादी कर लिया।
बताया जाता है कि भोरे थाना क्षेत्र के खजुरहा गांव निवासी रामअशीष प्रसाद के पुत्र आनंद कुमार का प्रेम-प्रसंग इमिलिया गांव की मुन्ना मांझी की पुत्री संजना कुमारी से दो वर्षों से चला आ रहा था। आनंद कुमार के बहन की शादी इमिलिया गांव में ही हुई है। अपने बहन के घर जाने पर पड़ोस के ही संजना नाम की लड़की से लड़के को परिचय हो गया। बात करते-करते यह परिचय प्रेम-प्रसंग में स्थापित हो गया। इसी बीच आनंद कमाने विदेश चला गया। विदेश जाकर भी अपनी प्रेमिका से बातें करते रहा और इन दोनो का प्रेम-प्रसंग परवान चढ़ गया। इसी बीच लड़की के परिजनों ने संजना को मोबाइल पर प्रेमी से बात करते देख लिया और दोनों के प्यार की बातें उनके परिवार तक पहुंच गई। इसके बाद लड़की के परिजनों ने अपनी बेटी की शादी करने की ठानी और उसके लिए लड़का ढूंढने लगे। इसकी जानकारी लड़की ने आनंद को दी। आनंद ने आनन-फानन में दुबई में अपनी कंपनी की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और सीधे घर लौट आया। लौटने के बाद आनंद अपने घर भी नहीं गया। उसने लौटने की सूचना अपनी प्रेमिका संजना को दी और उसे सीधे थाने बुला लिया। इसके बाद प्रेमी युगल भोरे थाना में पहुंच गए और थानाध्यक्ष के सामने अपने मर्जी से शादी करने का प्रस्ताव रखा। थानाध्यक्ष द्वारा उम्र के सत्यापन हेतु दोनों से दस्तावेजों की मांग की गई जिसमें दोनों प्रेमी युगल बालिग निकले। दोनों के परिजनों को थाने में बुलाकर इनके प्रेम संबंधों के बारे में बताया गया कि प्रेमी युगल एक साथ जीने मरने की कसमें खाये है। काफी मान-मनौव्वल के बाद प्रेमी-प्रेमिका के परिजन भी इस शादी के लिए तैयार हो गए और एक-दूसरे के परिवार को स्वीकार भी कर लिया और थाना के अंदर ही भगवान विष्णु को साक्षी मानकर सात फेरे लिए।