गोपालगंज: विशेष शिविर आयोजित कर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का किया गया पहचान
गोपालगंज सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत विशेष कैंप का आयोजन किया गया। इस शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी। जांच शिविर में गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई गईं। इसके साथ महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया गया। दो बच्चों में तीन साल का अंतर रखने के लिए उचित सलाह भी दी गई।हर महीने की नौ तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क चिकित्सा जांच करेंगे। इस जांच में हीमोग्लोबिन की जांच, खून की जांच, शुगर के स्तर की जांच, ब्लड प्रेशर, वजन और अन्य सामान्य जांच की जाती है। सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने कहा कि गर्भवती महिलाएं, खासकर आर्थिक तौर पर कमजोर तबकों की महिलाएं आम तौर पर कुपोषित होती हैं। उन्हें गर्भधारण के दौरान महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी नहीं मिलते। इसका नतीजा अक्सर यह होता है कि बच्चे किसी न किसी विकार के साथ पैदा होते हैं। साथ ही कुपोषण से पीड़ित होते हैं।
निगरानी से शिशुओं में आने वाले विकारों को किया जा सकता है दूर: सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने कहा कि यदि गर्भवती महिलाओं की समय-समय पर निगरानी की जाए तो नवजात शिशुओं में आने वाले कई विकारों को दूर किया जा सकता है। गरीबी और जागरूकता नहीं होने से, कमजोर तबकों की ज्यादातर महिलाएं समय पर चिकित्सकीय सलाह और देखरेख का लाभ नहीं उठाती। पीएमएसएमए से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी गर्भवती महिलाओं की हर महीने की नौ तारीख को मुफ्त चिकित्सकीय जांच हो। वह किसी भी सरकारी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर यह जांच करवा सकती हैं। नियमित फॉलो-अप लेने पर, यह कदम निश्चित तौर पर विकारों के साथ जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में कमी ला सकता है। निःसंदेह , चिकित्सकीय जांच के बाद उचित स्वास्थ्य निगरानी होनी चाहिए। इसके अलावा, आहार और पोषक पूरक तत्वों की जरूरत के मुताबिक उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी होगी।
कैंप के दौरान टीकाकरण के प्रति भी किया गया जागरूक: विशेष जांच शिविर में आने वाली प्रत्येक गर्भवती महिलाओं को कोविड टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गयी। यह जानकारी दी गयी कि अब गर्भवती महिलाओं को भी टीका लगाया जा रहा है। अगर किसी कारण से वैक्सीन नहीं ली है तो किसी भी केंद्र पर जाकर अपना टीकाकरण करा सकते हैं। कोविड का टीका गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित और प्रभावी है। यह जानकारी दी गयी कि अगर टीका लेने के बाद किसी तरह की समस्या होती है तो चिकित्सक से जरूर संपर्क करें। वैक्सीन लेने के बाद हल्का दर्द और बुखार हो सकता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
गर्भावस्था में ये पांच टेस्ट कराना जरूरी:
- ड टेस्ट
- रिन टेस्ट
- ड प्रेशर
- मोग्लोबीन
- ल्ट्रासाउंड
उच्च जोख़िम गर्भधारण के कारण:
- गर्भावस्था में 7 ग्राम से खून का कम होना
- गर्भावस्था में मधुमेह का होना
- एचआईवी पॉजिटिव होना(एडस पीड़ित)
- अत्यधिक वजन का कम या अधिक होना
- पूर्व में सिजेरियन प्रसव का होना
- उच्च रक्तचाप की शिकायत होना