गोपालगंज के बैकुंठपुर में बाढ़ में सैकड़ों मकान हुए ध्वस्त, पीड़ितों को अब तक नहीं मिला मुआवजा
गोपालगंज में पिछले साल गंडक में आई बाढ़ से जहां भीषण तबाही हुई थी। वही इस बाढ़ में जिले के सैकड़ों मकान ध्वस्त हो गए थे। हज़ारों झोपड़ियां बाढ़ में बह गई थी। लाखों लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए थे।
बाढ़ की त्रासदी के बाद जिला प्रशासन ने दावा किया था कि बाढ़ के दौरान जितने भी घर ध्वस्त हुए हैं। और जितने भी लोगों की झोपड़िया बाढ़ में बह गई हैं। उन्हें सरकारी प्रावधान के तहत मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन आज 1 साल हो गया। और बाढ़ पीड़ितों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है। बैकुंठपुर में भी बाढ़ से भीषण तबाही हुई थी। यहां आप देख सकते हैं की स्टेट हाईवे 90 के किनारे राजा पट्टी में कैसे ताश के पत्तों की तरह आलीशन मकान जमींदोज हो गया है। एक साल से यह भवन ऐसे ही खंडहर में तब्दील है। उसका मलबा यहां साफ देखा जा सकता है। लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा अब तक पीड़ित गृह स्वामी को मुआवजा नहीं मिला है।
सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने कहा कि सरकारी प्रधान मुताबिक पक्के मकान के लिए 99 हजार रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है। सभी ऐसे बाढ़ पीड़ितों की सूची आपदा प्रबंधन विभाग को भेजी गई है। और उनके द्वारा कई लोगो को मुआवजा दिया भी गया है। बाकी बचे लोगो को भी मुआवजा दे दिया जाएगा। लेकिन राजापट्टी गांव के बाढ़ पीड़ितों के मुताबिक राजापट्टी में आधा दर्जन से ज्यादा घर जमींदोज हुए थे। किसी भी पीड़ित को अब तक मुआवजा नहीं मिला है।