पहले बिल्डर की गुण्डागर्दी फिर पुलिस द्वारा महिलाओ से बदसलूकी
राजधानी में बीच सड़क बिल्डर ने पहले मचाई गुंडागर्दी फिर 2 घंटे बाद जब पुलिस आई तो उसने जो बहादुरी दिखाई वो काबिले गौर है। पुलिस वालो ने औरतो को से भी मारपीट करने से परहेज नहीं किया। हद तो ये कि जब टाउन एएसपी खुद औरतो से धक्का मुक्की और छीन झपट कर रहे हो तो बाकियों ने कैसा व्यवहार किया होगा आप खुद अंदाज़ा लगा सकते है।
अब हम आप को बताते है आखिर ये पुलिसिया तांडव हुआ क्यों ?
एक्जीबिशन रोड के उत्तरी छोर पर रामगुलाम चौक के समीप राधाकृष्ण मंदिर है। उससे सटे भूखंड पर बनी दुकान को लेकर स्थानीय दुकानदारों और बिल्डर अनिल कुमार के बीच विवाद चल रहा है।बिल्डर अनिल सिंह का एक प्लॉट पर दावा है, जिसे स्थानीय लोग खारिज करते हैं। स्थानीय लोग उक्त स्थल को मंदिर की जमीन बताते हैं। इसी जमीन पर कब्जा करने के लिए अनिल सिंह के नेतृत्व में उसके गुर्गे आए थे। इसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई। गांधी मैदान थाना पुलिस कितनी मुस्तैद है इसका अंदाज़ा आप इससे लगा सकते है की थाने से महज 300 मीटर दूर बीच सड़क रणक्षेत्र बना था। सुचना भी दी गई पर पुलिस को पहुचने में 2 घंटे से ज्यादा वक्त लग गया। पटना के पॉश इलाके एक्जीबिशन रोड में बिल्डर अनिल सिंह अपने गुर्गों के साथ जमीन पर कब्जा करने गया था। इसी दौरान स्थानीय लोगों से झड़प हो गई है। उसके बाद लोगों ने बिल्डर की गाड़ी फूंक दी।बिल्डर के गुर्गों ने स्थानीय लोगों के साथ मारपीट करने लगे उसके बाद लोगों को गुस्सा भड़क उठा। इस दौरान पूरे एक्जीबिशन रोड में अफरातफरी का माहौल कायम रहा। इस घटना में 4 लोग जख्मी हो गए हैं।
इस दौरान बिल्डर की एक स्कॉर्पियो में भड़की भीड़ ने तोड़फोड़ कर उसमें आग लगा दी। लेकिन पुलिस को वहां पहुंचने में घंटों लग गए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस को मामले की जानकारी दी गई लेकिन पुलिस ने बिल्डर अनिल सिंह पर कार्रवाई करने के बजाए स्थानीय लोगों को ही पकड़ लिया।
वही आम लोगो के भारी विरोध और अपनी खुली पोल को संभालने की कवायद के तहत पुलिस ने गांधी मैदान थाने में बिल्डर अनिल सिंह समेत उनके गुर्गो पर मामला दर्ज़। आईपीएस की धारा 307 ( हत्या की कोशिश) और सेक्शन 3(एक्स) एससी/ एसटी के तहत भी मामला दर्ज़।