गोपालगंज में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन कैंप का किया गया आयोजन
गोपालगंज: मिशन परिवार विकास अभियान के लक्ष्य को शत- प्रतिशत हासिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष रूप से परिवार नियोजन अस्थाई कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप के दौरान लाभार्थियों को परिवार नियोजन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई| इच्छुक लाभार्थियों व दंपतियों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का वितरण भी किया गया। विदित हो कि सिविल सर्जन डॉ टीएन सिंह ने पत्र लिखकर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया था कि मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए अतिरिक्त प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अस्थाई कैंप का आयोजन किया जाए|
दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल जरूरी: कैम्प के दौरान एक बच्चे वाले दंपतियों को एएनएम ने दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल रखने की जानकारी दी। एनएम ने दंपतियों को बताया कि अगर आप दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल रखते हैं तो जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहेगा। साथ ही बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक रहेगी। इससे वह किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में पूरी तरह से सक्षम रहेगा।
जिलेभर में की जा रही है माइकिंग: केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि संचार अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों में लोगों को माइकिंग कर परिवार नियोजन को लेकर जागरूक किया जा रहा है। उन्हें इस बात की जानकारी दी जा रही है कि पहला बच्चा 20 साल की उम्र पूरी होने के बाद ही पैदा करें। साथ ही दूसरे बच्चे की योजना तीन साल के बाद बनाएं। यह आपके और आपके बच्चे, दोनों के हित में रहेगा।
प्रत्येक आशा फैसिलिटेटर को पांच आईयूसीडी का लक्ष्य: प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को कम से कम एक अंतरा टीका का लक्ष्य दिया जाए एवं प्रत्येक आशा फैसिलिटेटर को कम से कम पांच आईयूसीडी का लक्ष्य दिया गया है। आशा द्वारा आईयूसीडी लगाया जाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
बेहतर करने वाले नोडल कर्मी होंगे प्रोत्साहित: सभी कैंप के लिए कम से कम एक चिकित्सा पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रत्येक कैंप के लिए एक नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्त है। बेहतर प्रदर्शन वाले नोडल कर्मी को प्रोत्साहित किया जाएगा। उनका नाम जिला स्तर पर भेजा जाएगा। जिला स्तर पर भी उनको प्रोत्साहित किया जाएगा।