गोपालगंज: नामांकन पत्र रद्द होने पर एक निर्दल प्रत्याशी समाहरणालय परिसर में फुट-फुट कर रोया
गोपालगंज जिला समाहरणालय परिसर में एक निर्दल प्रत्याशी उस वक्त फुट-फुट कर रोने लगा जब उसे यह पता चला की उसके द्वारा बरौली विधानसभा से भरा गया नामांकन पत्र रद्द हो गया।
दरअसल कल नामांकन की तिथि संपन्न होने के बाद आज प्रत्याशियो के नामांकन पत्रों की जांच की गयी। जांच के बाद कई प्रत्याशी के गड़बड़ी को लेकर उनका नामांकन रद्द कर दिया गया था। इसी नामांकन पत्रों के रद्द होने के बाद बरौली का एक प्रत्याशी अनिल कुमार उर्फ़ व्यास समाहरणालय परिसर में ही फुट फुटकर रोने लगा।
पीड़ित प्रत्याशी का आरोप है की बरौली के भाजपा प्रत्याशी व पूर्व पर्यटन मंत्री के दबाव में उसका नामांकन रद्द कराया गया है। इस प्रत्याशी के रोने और चीख चीखकर कर चिल्लाने की वजह से जिला समाहरणालय परिसर में कुछ देर के लिए लोग चौक गए और इधर उधर देखने लगे। सबसे हैरानी की बात है की जब प्रत्याशी चिल्ला चिल्लाकर रो रहा था तब भी ड्यूटी पर तैनात पुलिस पदाधिकारी और कर्मी उसकी हरकत देखते रहे और उसे चुप कराने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। निर्दल प्रत्याशी बार बार यही चिल्ला रहा था की वह चुनाव हार गया।
अनिल कुमार के मुताबिक उनका साजिश के तहत नामांकन रद्द कर दिया गया है। उसका नामांकन रद्द कराने में पूर्व पर्यटन मंत्री का साजिश है। उसने डीडीसी सह बरौली एक चुनाव पदाधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाये। अनिल कुमार ने बताया की उसे चुनाव नहीं लड़ने के लिए भाजपा प्रत्याशी लगातार दबाव बना रहे थे। एक गाड़ी देने का भी प्रलोभन दे रहे थे। लेकिन उसने बात नहीं मानी और बरौली विधानसभा सीट से निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर दिया। लेकिन आज उसका नामांकन रद्द कर दिया गया। अनिल कुमार ने दोबारा नामांकन की तिथि बढाने और बड़े राजनितिक दलों के प्रत्याशियो के नामांकन भी रद्द करने की मांग की है।
बहरहाल इस मामले में डीडीसी सज्जन आर से संपर्क नहीं हो सका है। लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा बताया गया की नामांकन पत्रों की जांच की जा रही है और जाँच में गड़बड़ी के बाद ही नामांकन रद्द किया जा रहा है। बरौली विधानसभा सीट के कई अन्य प्रत्याशियो ने भी अपना नामांकन रद्द होने के लिए जिला प्रशासन पर आरोप लगाये है।