गोपालगंज डीएम ने पोषण परामर्श केंद्र का किया उद्घाटन, पोषण के पांच सूत्रों के बारे में मिलेगी जानकारी
गोपालगंज: राष्ट्रीय पोषण माह के तहत जिलास्तरीय पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना आईसीडीएस कार्यालय में की गयी। जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी अरशद अजीज ने किया। इसके साथ ही जागरूकता रथ को भी रवाना किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिला में कुपोषण को दूर करने के लिए सामुदायिक सहभागिता को जोर दिया जा रहा है। आमजन में पोषण के प्रति नजरिया व उनके रोजाना के व्यवहार में बदलाव लाने के मद्देनजर पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गयी है। पोषण परामर्श केंद्र की मदद से माता पिता अपने शिशुओं के बेहतर पोषाहार व बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी भी ले सकते हैं। पोषण माह के दौरान पोषण परामर्श संबंधी कार्यों को प्रमुखता दी गयी है। जिलाधिकारी अरशद अजीज ने बताया पोषण परामर्श केंद्र की मदद से शिशुओं, बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं को आवश्यक पोषण की जानकारी प्राप्त करने में काफी सुविधा होगी। पोषण संबंधी जानकारियां प्राप्त कर इसका इस्तेमाल वे अपने रोजमर्रा की रसोई में खाना पकाने की गतिविधियों में शामिल कर सकेंगी। कुपोषित बच्चों के माता पिता पोषण परामर्श केंद्र से विभिन्न प्रकार के भोजन में मौजूद उच्च खनिज पदार्थों के लाभ के बारे में जानकारी हासिल कर अपने बच्चों की सेहत बनाने में उपयोग कर सकेंगी। इस मौके पर डीडीसी आर सज्जन, एसडीओ, डीपीओ शम्स जावेद अंसारी, केयर इंडिया के डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, पोषण अभियान के जिला समन्वयक बृजकिशोर प्रसाद, केयर इंडिया के एफपीसी अमित कुमार समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।
कुपोषण को मिटाने के लिए पदाधिकारियों ने ली शपथ: कार्यक्रम के दौरान डीएम ने सभी पदाधिकारियों और सेविकाओं व अन्य कर्मियों को कुपोषण को दूर करने व पोषण के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने की शपथ दिलाई। सभी कर्मियों ने शपथ ली कि पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचायेंगे और पोषण अभियान को जन आंदोलन के रूप में तब्दील करने में अपने कर्तव्यों का निवर्हन करेंगे।
पोषण के साथ स्वच्छता पर भी दिया जा रहा जोर: जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि पोषण परामर्श केंद्र की मदद से महिलाओं व बच्चों में पोषण के साथ स्वच्छता जैसी बुनियादी बातों की जानकारी दी जायेगी। पोषण माह के दौरान परामर्श केंद्र संचालित किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा सामुदायिक सहभागिता से यह सुनिश्चित किया जाये कि गांव के हर घर में शौचालय हो और खुले में कोई भी शौच करने के लिए नहीं जाये। अच्छे पोषण का सीधा संबंध स्वच्छता से है। घर में पकाई जाने वाली चीजों को अच्छी तरह धोया जाये। बच्चों का खाना खिलाने से पहले व शौच के बाद बाद साबुन से हाथ धोना जरूरी है।
केयर इंडिया की टीम भी कर रही है सहयोग: पोषण अभियान को जनआंदोलन के रूप में तब्दील करने के लिए अंर्तविभागीय सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। इसमें आईसीडीएस, स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती राज के साथ केयर इंडिया भी सहयोग कर रहा है। पोषण माह के दौरान आयोजित की जानेवाली गतिविधियों में केयर इंडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जिलास्तर से लेकर प्रखंडस्तर तक केयर इंडिया सहयोग प्रदान कर रहा है।
पोषण के पांच सूत्र की दी जायेगी जानकारी: आईसीडीएस के डीपीओ शम्स जावेद अंसारी ने बताया कि पोषण माह के दौरान पोषण के पांच सूत्रों पर गांव घर में चर्चा की जायेगी। इनमें जन्म के पहले सुनहरे 1000 दिन, पौष्टिक आहार, एनीमिया प्रबंधन, डायरिया प्रबंधन, स्वच्छता एवं साफ-सफाई जैसे विषय शामिल रहेंगे। पहले 1000 दिन के तहत बच्चों के जन्म से लेकर दो साल तक की उम्र तक उनके शारीरिक व मानसिक विकास पर चर्चा की जायेगी। इसके बाद पौष्टिक आहार के अंतर्गत शिशु जन्म के एक घटे के भीतर मां का पीला दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने संबंधी बातों की जानकारी दी जानी है। स्तनपान के साथ ऊपरी आहार की जरूरत पर बल दिया जायेगा. एनीमिया प्रबंधन के तहत आयरन संबंधी दवाओं की जानकारी दी जानी है। डायरिया प्रबंधन के अंतर्गत शिशुओं के डायरिया से बचाव की जानकारी देना है। डायरिया से बचाव के लिए नियमित स्तनपान को बढ़ावा देने, ओआरएस का घोल और जिंक सीरप आदि के बारे में बताया जाना है। वहीं पांचवे सूत्र के तहत स्वच्छता एवं साफ-सफाई के तहत शौच जाने से पहले एवं बाद में तथा खाना खाने से पूर्व एवं बाद में साबुन से हाथ धोने और बीमारी से बचाव की जानकारी दी जायेगी।