गोपालगंज: सारण तटबंध पर रिसाव हुआ तेज, भैंसही गांव में सारण तटबंध पर गंडक नदी का बढ़ा दबाव
गोपालगंज: नेपाल से छोड़े गए तीन लाख क्यूसेक पानी से गण्डक नदी में आई विनाशकारी बाढ़ से लोगो मे तबाही मची हुई है। इसी बिच गुरुवार की सुबह मांझा के भैंसही गांव के समीप सारण तटबन्ध में तेज रफ्तार से रिसाव होने लगा। जिसे देख ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी और मिट्टी और पत्थर डाल कर बन्द करने लगे।
सारण तटबन्ध में रिसाव की सूचना मिलते ही मांझागढ़ अंचल पदाधिकारी शाहिद अख्तर और प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अजित कुमार ने सारण तटबन्ध पर पहुच कर हो रहे रिसाव को बंद करने के लिए मिट्टी और पत्थर डलवा कर बन्द करने का प्रयास सुबह से शाम तक किया गया, लेकिन रिसाव बन्द नही हुआ है। जिसका जायजा उपसमाहर्ता लोक शिकायत के अनिल कुमार सिन्हा ने लिया। जायजा लेने के बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग के कनीय अभियंता जुनेश्वर अजय को निगरानी करने तथा रिसाव को बंद कराने के निर्देश दिए।
वही कनीय अभियंता जुनेश्वर अजय ने बताया कि हो रहे रिसाव बन्द हो जायेगे। ग्रामीणों को इस से घबराने की बात नही है। अभी बाढ़ के पानी का दबाव ज्यादा है। इस लिए रिसाव को बंद करने में थोड़ा समय लगेगा। हम लोगो का प्रयास है कि रिसाव को किसी भी स्थिति में रोका जाय। फिर भी प्राकृतिक के आगे हमलोग बौना है। लेकिन जब तक रिसाव बन्द नही हो जाता है। तब तक हमलोग बन्द करने का प्रयास करेंगे और निगरानी करेगे।
वही ग्रामीणों को सन्देह है कि अगर बांध टूटा तो उच्च पथ 28 का सम्पर्क टूटने के साथ दर्जनों पंचायत में तबाही मच जाएगी तथा सारे फसल बर्बाद हो जाएँगे।