गोपालगंज: जिन बच्चो के हाथो में कलम और कॉपी होना चाहिए, वह लगे है कटाव निरोधी कार्य में
गोपालगंज में सदर प्रखंड के सिहोरवा और पतहरा में जहा गंडक की धारा मुड़ने से तटबंधो के समीप कटाव हो रहा है। वही कटाव रोकने के लिए जल संसाधन विभाग के द्वारा बोरे में मिटटी भरकर तटबंधो के किनारे रखा जा रहा है। लेकिन इस कटाव निरोधी कार्य में वैसे छोटे छोटे बच्चो को लगाया गया है। जिनके हाथो में कलम और कॉपी होना चाहिए था। इन मासूम बच्चो को बोरे की सिलाई और उसमे मिटटी भरने का कार्य करवाया जा रहा है।
सदर प्रखंड के पतहरा गाँव के आकाश कुमार की उम्र तक़रीबन 10 साल होगी। वह आजतक स्कूल नहीं गया। इस उम्र के बच्चे जब चौथी और पांचवी की क्लास में पढ़ाई करते है। तब आकाश को कुछ ठेकेदारों ने बाँध के किनारे काम पर लगा दिया है।
आकाश के मुताबिक उसे यहाँ तटबंध पर बोरे की सिलाई और मिटटी की भराई का काम दिया गया है। उसके जैसे और 6 बच्चे यहाँ काम कर रहे है। आकाश को प्रति बोरा सिलाई के लिए 3 रूपये की दर से भुगतान किया जाता है। जब शाम को काम से वापस लौटता है। तब ठेकेदार के द्वारा उसका हिसाब किया जाता है।
आकाश की तरह चन्दन भी यहाँ तटबंध पर बोरे की सिलाई कर रहा है। चन्दन के मुताबिक वह तीसरी क्लास में पढता है। वह भी अपने बच्चा पार्टी के साथ काम पर लगा हुआ है। उसने आज ही काम शुरू किया है। वह यहाँ सिहोरावा गाँव में काम कर रहा है। उसके साथ और 5 बच्चे काम कर रहे है। उसने अभी तक कई बोरे की सिलाई किया है। लेकिन हिसाब शाम को मिलेगा। उसे ठेकदार ने काम दिया है। लेकिन उस ठेकेदार का नाम नहीं पता है।
इस मामले में जब बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता जिग्नेश्वर रजक से बात की गयी तो उन्होंने तटबंधो के समीप कराये जा रहे कटाव निरोधी कार्य में किसी भी तरह के बाल मजदुर से काम करवाने से इंकार किया है। कार्यपालक अभियंता के मुताबिक यहाँ किसी भी बच्चो को काम करवाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने अभी तक किसी भी तरह बल मजदूरो को तटबंधो में काम के दौरान नहीं देखा है। अगर ऐसी शिकायत मिलती है तो मामले की जाँच करायी जाएगी।