गोपालगंज: आवाज़ टाइम्स की खबर का असर, बुजुर्ग दम्पति के तरफ कई लोगों ने बढ़ाया मदद का हाथ
गोपालगंज में आवाज़ टाइम्स की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है। यहाँ कोरोना लॉक डाउन के दौरान एक बुजुर्ग दम्पति कई दिनों से भूखा था। घर में न तो खाने के लिए अनाज था और न ही आसपास के कोई होटल खुले हुए थे की इन्हें भरपेट भोजन मिल सके। आवाज़ टाइम्स की टीम ने समाचार संकलन के दौरान इस पीड़ित परिवार से मिलकर इनका हाल जाना बल्कि इनकी मदद के साथ आम लोगो से भी मदद के लिए हाथ बढाने की अपील की थी।
खबर के बाद इस पीड़ित परिवार को लगातार मदद मिल रही है। कल तक घर में खाने के लिए एक छटांक अनाज तक नहीं था। कई दिनों तक घर का चूल्हा नहीं जला था। लेकिन आज घर में अनाज की कोई कमी नहीं है। लोग पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें खाने के अनाज से लेकर आर्थिक सहायत भी कर रहे है। इसके साथ ही लोग अपने अपने हैसियत के मुताबिक इस परिवार की आजीवन खाने का खर्च उठाने का आश्वासन दे रहे है।
दरअसल थावे प्रखंड के मकुनिया गाँव के बाहर नहर पर बाढ़ विस्थापित कुदन साह का परिवार कई वर्षो से है। कोरोना महामारी को लेकर देश में लॉक डाउन के बाद इस दिहाड़ी मजदुर परिवार में खाने के लिए कुछ भी नहीं था। आवाज़ टाइम्स ने अपनी सामाजिक सरोकार को निभाते हुए इस परिवार की मदद की और लोगो से भी मदद के लिए सामने आने की अपील की थी। इस अपील के बाद लगातार यहाँ आ रहे है और उन्हें सहायता उपलब्ध करा रहे है।
बुजुर्ग गुलाबी देवी ने बताया की जब से खबर मिला है। लोग आ रहे है। खर्चा दे रहे है। खाने का सामान दे रहे है। लगातार बहुत लोग आ रहे है और उनकी मदद कर रहे है।
आवाज़ टाइम्स की टीम उन सभी लोगों को शुक्रिया अदा करना चाहता है जिन्होंने इस बुजुर्ग दम्पति का मदद किया और उन्हें भुखमरी की समस्या से निजाद दिया।