गोपालगंज के मीरगंज में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में 60, आपदा राहत केंद्र में 45 लोगों ने लिया पनाह
गोपालगंज: कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को लेकर मीरगंज इस्लामिया उर्दू अकैडमी में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों से लाए गए 60 लोगों को एकांतवास में रखा गया है। वहीं दूसरी तरफ साहु जैन हाई स्कूल में बनाए गए आपदा राहत केंद्र में 45 लोगों ने शरण लिया है। इस बीच लुहसी से क्वॉरेंटाइन के लिए लाए गए परिवार के सभी 27 सदस्यों को एक साथ साहू जैन हाई स्कूल के परिसर में रखा गया है और उनके रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
वही भोरे, कटेया तथा अन्य प्रखंडों से आए कोरोना के संदिग्धों लोगों को क्वॉरेंटाइन के लिए इस्लामिया उर्दू अकैडमी में आने का सिलसिला जारी है तो वही रिपोर्ट नेगेटिव आने तथा समय सीमा पूरा होने के बाद इनमें से कुछ लोगों को राहत भी दिया जा रहा है। फिलहाल इन दोनों केंद्रों पर साफ सफाई के साथ प्रशासन ने उनके रहने और खाने पीने के लिए पर्याप्त प्रबंध करने का दावा किया जा रहा है। इनके लिए बाकायदा भोजन का भी प्रबंध साहू जैन हाई स्कूल स्थित आपदा राहत केंद्र में किया गया है और यहां से क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों का भोजन इस्लामिया उर्दू एकेडमी में भी समय-समय में भी समय-समय पर पहुंचाया जा रहा है। मीरगंज स्थित इस्लामिया उर्दू अकेडमी में बनाए गए क्वॉरेंटाइन केंद्र से अब तक करीब 80 लोगों को उनकी अवधि पूरी होने के बाद मुक्त कर दिया गया है। वहीं कुछ अन्य नए संदिग्ध लोगों को यहां पर लाया भी गया है।
वहीं अपनी रात बिताने वाले 64 संदिग्धों के बीच मास्क का वितरण स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने किया। अनुमण्डल के साहु जैन उच्च विद्यालय और इस्लामिया उर्दू एकेडमी में अपनी चौदह दिनों तक रात बिताने आये आम राहगीरों को भोजन पानी के साथ साथ स्वास्थ्य किट भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के डॉ अंजू कुमारी, डॉ कामाल अहमद, एएनएम सरिता कुमारी, सुमन देवी, चुनचुन देवी, शारदा मिश्रा आदि ने मीरगंज के साहु जैन उच्च विद्यालय में वास कर रहे 46 आम संदिग्ध और इस्लामिया उर्दू एकेडमी में 18 कोरोना वायरस के संदिग्ध लोगों के बीच मास्क का वितरण एक एक कर किया गया। साथ ही डॉ अंजू कुमारी ने सभी लोगों का स्वास्थ्य जांच भी किया। जिसमें अबतक किसी मे भी कोरोना वायरस का लक्ष्य नहीं पाया गया। उचकागांव स्वास्थय विभाग की टीम ने प्रखण्ड के महैचा पंचायत में बने कोरेंटाइन सेंटर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलभद्रपट्टी का भी भ्रमण किया। जिसमें सेंटर बंद पाया गया। वही बलेसरा मध्य विद्यालय में केवल विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ही मिले। इससे कोरोना वायरस के कोरेंटाइन सेंटर की पोल खुलती हुई नजर आई। प्रशासन के लाख दावों के बाद भी हकीकत कुछ और बया कर रही है। टीम के सदस्यों ने बताया कि इन दोनों सेंटरों पर कोई मरीज नहीं पाए गए। यही हालात अन्य पंचायतों में बनाए गए सेंटरों की होगी।