गोपालगंज में नाव हादसे के बाद शव नहीं मिलने से भडके ग्रामीण, अधिकारिओ के साथ की धक्का मुक्की
गोपालगंज में गंडक नदी में नाव के हादसा का 36 घंटे से ज्यादा वक़्त बीत गया है। लेकिन कई घंटे के बीत जाने के बाद भी नदी में लापता 7 लोगों का अबतक सुराग नहीं लग सका है। जिला प्रशासन के द्वारा एसडीआरएफ की टीम से यहाँ दो दिनों से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। लेकिन नदी की तेज धारा में लापता लोगो को अबतक बाहर नहीं निकाला जा सका है। जबकि आज रविवार की देर शाम तक लापता बच्चो के शव नहीं मिलने से परिजनों का धैर्य टूट गया और आक्रोशित परिजनो ने सर्च ऑपरेशन में लगे अधिकारिओ के साथ उलझ गए। परिजन सर्च ऑपरेशन में तेजी लाने और गोताखोरों की मदद से लापता लोगो की तलाश करने की मांग कर रहे थे।
बताया जाता है की घटना के दूसरे दिन यादोपुर थानाक्षेत्र के मेहंदिया गाँव में गंडक नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। सुबह से ही मौके पर सदर एसडीएम, सदर एसडीपीओ, बीडीओ, सहित कई अधिकारी कैम्प कर रहे थे और सर्च ऑपरेशन कर रही टीम को निर्देश दे रहे थे। लेकिन जब शाम को अन्धेरा होने लगा और अँधेरा होने की वजह से सर्च ऑपरेशन की टीम में शामिल अधिकारिओ ने जब अगले दिन खोजबीन करने की बात की तो मौके पर मौजूद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मेहंदिया गाँव ने नदी के किनारे मौजूद अधिकारिओ से उलझ गए और उनके साथ धक्का मुक्की करने लगे।
परिजनों का आरोप था की खोजबीन का काम ठीक से नहीं कराया जा रहा है और गोताखोरों की मदद से खोजबीन नहीं की जा रही है। ग्रामीणों को हंगामा को देखते हुए मौके पर डीएम और एसपी भी पहुच गए। वहां डीएम एसपी के समझाने बुझाने पर ग्रामीणों का हंगामा शांत हुआ।
डीएम ने कहा की एनडीआरएफ की टीम को भी यहाँ बुलाया जा रहा है। इसके साथ ही महाजाल की व्यवस्था से दुबारा नदी की कई किलोमीटर के दायरे में सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा।
बता दे की कल शनिवार को भीषण नाव हादसे में 12 लोग डूब गए थेम जिसमे 4 लोगो ने तैरकर किसी तरह जान बचा ली थी। लेकिन 8 लोग नदी में डूब गए। जिसमे से एक महिला का शव बाहर निकाल लिया गया है। लेकिन 7 लोग अभी भी लापता है।
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