गोपालगंज के विजयपुर में घर से गायब ढाई वर्षीय मासूम की निर्मम हत्या कर शव को गौशाला में फेका
गोपालगंज: ममता को शर्मसार कर एक ढाई वर्षीय मासूम लडके की हत्या कर दी गयी। इतना ही नहीं हत्यारे ने मासूम के शव को गौशाला में रख दिया। मृतक ढाई वर्षीय मासूम का नाम आर्यन कुमार है। जो विजयीपुर थाने के तेतरिया गांव के जगदीश यादव का लड़का है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को पीड़ित के पाटीदार की गौशाला से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेज दिया।
घटना के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार आर्यन कुमार अपने बड़े भाई अंश कुमार के साथ रविवार को 1:00 बजे अपने दरवाजे पर खेल रहा था। दोनों भाई एक साथ खेल रहे थे। थोड़ी देर के बाद करीब 2:00 बजे एकाएक लड़का दिखाई नहीं पड़ा। लड़के की मां ने बड़े लड़के अंश से पूछा तो उन्होंने बताया कि अभी तो खेल रहा था। घर के लोग इधर-उधर चारों तरफ ढूंढने लगे। धीरे-धीरे यह बात पूरे गांव में फैल गयी। गांव के सभी लोग गेहूं से लेकर सरसों के खेतो में शाम तक ढूंढे। कहीं नहीं मिलने पर परिजनों द्वारा लड़के गायब होने की सूचना थाने को भी दे दिया। परिजन रविवार की रात में चारों तरफ ढूंढ रहे थे कि सुबह हो गया। सुबह 5:00 बजे बगल के विजेंद्र यादव के घर की एक लड़की अंशु कुमारी जब गाय को चारा खिलाने के लिए गौशाला खोलने गयी तो टूटी फूटी टाट के बगल में आर्यन का शव देख कर चौक गयी और शोर मचाया। शोर सुनकर परिजन दौड़े-दौड़े आये और शव देख चिघ्घाड मार कर रोने लगे। इसी बीच ग्रामीणों ने विजयीपुर थाने को सूचना दे दिया। जिसके बाद विजयीपुर पुलिस के एएसआई सुरेश सिंह दलबल के साथ पहुंचे जहां सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जमा थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया।
मासूम की हत्या से बिलखते परिजनो का रो रोकर बुरा हाल है। मां रीता देवी तथा मौसी सरिता देवी रह रहकर बेहोश हो जाती है। मां यह कह कर बेहोश हो जाती है कि कभी उसने किसी का कुछ बिगाड़ा नहीं। उससे गांव में किसी से दुश्मनी भी नहीं है। फिर भी उसके लाल को इतनी बेरहमी से मारकर फेंक दिया है। इतना ही नहीं मासूम के बाये पैर के अंगूठे का निर्दयता पूर्वक नाखून निकाल लिया गया है। मुंह से खून निकला है तथा उसके शरीर पर कई जगह लाल और काले रंग का टीका कुछ और ही बयां करता है कि कहीं आर्यन झाड़-फूंक या टोना का शिकार या बलि तो नहीं चढ़ाने के लिए ऐसा जघन्य घटना को अंजाम दिया है।