गोपालगंज में सीएए व एनआरसी का विरोध रविवार को भी रहा जारी, निकला गया विरोध मार्च
गोपालगंज में सीएए व एनआरसी के विरोध म रविवार को भी विरोध जारी रहा। फुलवरिया के कई गांव के लोगों ने प्रखंड क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र तकिया बारी बाजार से विरोध मार्च निकाला। वहीं विधी व्यवस्था को लेकर प्रखंड प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन तक मुस्तैद दिखा।
आपको बता दे कि नागरिकता संशोधन बिल के संसद में पारित हो जाने के बाद उसके विरोध में प्रखंड के कई गांवों के लोगों ने हजारों की संख्या में इस बील का विरोध करते हुए विभिन्न बाजारों में विरोध मार्च निकाला। उक्त विरोध मार्च का आयोजन जामिया व जेएनयू के विद्यार्थियों के चलते और गर्म हो गया। इस विरोध मार्च को देखते हुए फुलवरिया पुलिस से लेकर जिले के दर्जनभर थानों की पुलिस ब्रज वाहन के अलावे जिले के सैप के जवान पर्याप्त मात्रा में पहुंचे।
विरोध मार्च जनता बाजार होते हुए बथुआ बाजार में पहुंचा। जहां इंसाफ मोड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। नारेबाजी में आजादी हम लेकर रहेंगे, नरेंद्र मोदी होश में आओ, देश में काला कानून लागू को वापस करने जैसी तमाम नारेबाजी की गई। इसके पश्चात विरोध मार्च बथुआ बाजार होते हुए पेट्रोल पंप के समीप से गुजरी तथा हथुआ शाखा नहर पुल के पास पहुंचा। जहां जामिया यूनिवर्सिटी तथा जेएनयू यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों द्वारा सभा को संबोधित किया गया।
इस दौरान फुलवरिया पंचायत के मुखिया अनवर हुसैन बथुआ बाजार पंचायत के मुखिया नसीम मियां प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि साजिद अंसारी वंडरलैंड किड्स गार्डन डायरेक्टर शमा प्रवीण तथा जेएनयू यूनिवर्सिटी से पहुंचे हमीद तथा जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी से पहुंचे नयामूल्य तथा इब्राहिम ने सभा को संबोधित करते हुए इस बिल को वापस लेने की बात कही। सभा को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा कि भारत में राम रहीम सदियों से रहते आए हैं और रहेंगे लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा भारतीय संविधान को उलटफेर करना चाहती है। जिस को बचाने के लिए हम सबको लड़ाई लड़ना होगा। इतना ही नहीं उन्होंने आगे बताया कि भारत की धरती संगम व गंगा जैसी पवित्र है। उक्त लोगों ने इसका विरोध जताते हुए अंतिम सांस तक इसकी लड़ाई लड़ने के लिए युवाओं को जागरूक किया।