गोपालगंज में सैनिक स्कूल स्थापना दिवस पर कैडेटों ने दिखाया जलवा, करतल देख मुग्ध हुए अभिभावक
गोपालगंज: भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित सैनिक स्कूल ने अपना 16 वां वार्षिकोत्सव समारोह धूमधाम से मनाया। इस मौके पर सैन्य छात्रों ने एक से बढ़कर एक गीत संगीत सहित सैन्य करतल की प्रस्तुति कर दर्शकों का मन मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राचार्य कर्नल टी चक्रवर्ती ने उत्सव दीप जलाकर कार्यक्रम का शुरुआत किया। तत्पश्चात्य सैन्य छात्रों ने मास पीटी योग, जुम्बा, आग में कूद निकलने का साहसी कदम करतल को दिखाकर अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद खुले मंच से दर्शक दीर्धा में बैठे लोगों का एक से बढ़कर एक शिक्षा प्रद गीत संगीत, नुक्कड़ नाटक को प्रस्तुत किया। वही छात्रों ने राष्ट्रीय गीत की धुन पर संगीत को गाकर लोगों के आंखों में आंसू भर दिया। सैन्य छात्रों के अभिभावकों को यह यकीन नहीं हो रहा था कि हमारे लड़के इतने काबलियत पर कैसे पहुंच गए। वैसे छात्रों की प्रस्तुति देख सभी के मुखारबिंदू से वाह वाह की आवाज और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा परिसर मानों झूमने पर मजबूर हो जा रहा था। सैन्य छात्रों का मनमोहक ग्रुप नृत्य, शिक्षा पर आधारित लघु नाटक, सामाजिक एकता और रिस्तों पर आधारित दृश्य को दिखाकर लोगों की आंखे खोल दिया।
वही कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य ने स्कूल के नया वेवसाइट को प्रदर्शित कर लोगों को इसके बारे में विस्तृत जानकारी दिया। साथ ही कई दुर्लभ तस्वीर को भी वेवसाइट के माध्यम से दिखाया। वही प्राचार्य ने विगत वर्षों में स्कूल की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। वही वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि सैनिक स्कूल का मुख्य लक्ष्य सैन्य छात्रों को सैन्य अधिकारी के रूप में स्थापित करना है। इस वर्ष सैनिक स्कूल गोपालगंज के छात्रों ने भारतीय सेना की राष्ट्रीय परीक्षा में अपनी सफलता का परचम लहराया है। यह स्कूल की उपलब्धियों में से एक है। इन्होंने कहा कि स्कूल परिवार आगे भी इससे अच्छा करेगा। प्राचार्य ने सभी आगन्तुकों, कैडेटों, अभिभावकों को नये वर्ष की कामना किया। वही उप प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल डीएस महलावत ने धन्यवाद देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा जैसा कोई सेवा नहीं है। सैनिक स्कूल अपने चहुमुखी विकास के तरफ आगे बढ़ रहा है। इसमें आप सभी अभिभवकों का योगदान भी है। ऐसे में सैन्य छात्र जब अपने अपने घरों में जाएंगे तो अपने नित्य क्रिया में सैनिक स्कूल का अनुशासन को बनाए रखना होगा। इसकी मोनेटरिंग अभिभावकों को करना होगा। उप प्राचार्य ने भी अपने संबोधन में नए वर्ष की अग्रिम बधाई दिया। कार्यक्रम में तक्षशिला सदन के जीत पर प्राचार्य, उप प्राचार्य और रजिस्टार जुल्फकार हसन ने शील्ड देकर सम्मानित किया।