गोपालगंज

गोपालगंज: पोषण माह में विशेष कैंप से होगा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के राशि का भुगतान

गोपालगंज: जिले में 1 सितंबर से पोषण माह मनाया जा रहा है, जो 30 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान पोषण को लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत अधिक से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ दिलाने की भी कोशिश की जा रही है। इसको लेकर आईसीडीएस निदेशक आलोक कुमार ने सभी जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखकर पोषण माह में 20 सितंबर से 30 सितंबर तक जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विशेष कैंप आयोजित करने का निर्देश दिया है। साथ ही इसके माध्यम से शत-प्रतिशत योग्य लाभुकों को दूसरे एवं तीसरे क़िस्त के भुगतान करने की बात बतायी है।

पीएमएमवीवाई नोडल अनिता चौधरी ने बताया प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का मुख्य उद्देश्य प्रथम बार माँ बनने वाली महिलाओं को तीन क़िस्त के जरिए 5000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान करना है। इसके लिए राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान ही विशेष कैंप का आयोजन किया जा रहा है। कैंप के जरिए आम लोगों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के विषय में जानकारी दी जाएगी। साथ ही अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को दूसरे एवं तीसरे क़िस्त के भुगतान किए जाने पर ज़ोर दिया जाएगा।

जिले में लक्ष्य के सापेक्ष 37 प्रतिशत उपलब्धि: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत जिले के लिए सितंबर 2019 तक 33253 योग्य लाभुकों( कुल 3032 आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रति आंगनबाड़ी केंद्र 11 लाभुक) को पंजीकृत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसमें 12172 लाभुकों का ही पंजीकरण हो सका है, जो कुल लक्ष्य का 37 प्रतिशत है।

दूसरे एवं तीसरे क़िस्त के भुगतान में तेजी के निर्देश: जिले में कुल पंजीकृत लाभुकों में अभी तक प्रथम क़िस्त पा चुके 2095 लाभुकों को दूसरे एवं 2420 लाभुकों को तीसरे क़िस्त का भुगतान लंबित है। इसको ध्यान में रखते हुए ही विशेष कैंप के जरिए दूसरे एवं तीसरे क़िस्त के शत-प्रतिशत भुगतान के निर्देश जारी किए गए हैं।

क्या है योजना: संस्थागत प्रसव में इजाफ़ा एवं गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की गयी है. इस योजना के तहत प्रथम बार माँ बनने वाली माताओं को 5000 रुपये की सहायक धनराशि दी जाती है जो सीधे गर्भवती महिलाओं के खाते में पहुँचती है। इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को तीन किस्तों में दिया जाता है। पहली क़िस्त 1000 रुपये की तब दी जाती है जब गर्भवती महिला अंतिम मासिक चक्र के 150 दिनों के अंदर गर्भावस्था का पंजीकरण कराती है। दूसरी किस्त में 2000 रुपये गर्भवती महिला को गर्भावस्था के 6 माह पूरा होने के बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जाँच कराने पर दी जाती है। तीसरी और अंतिम किश्त में 2000 रुपये बच्चे के जन्म पंजीकरण के उपरांत एवं प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने के बाद प्रदान की जाती है।

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