गोपालगंज: ठेकेदार रमाशंकर सिंह हत्याकांड के दुसरे दिन पहुचे सारण डीआईजी और CID डीआईजी
गोपालगंज में ठेकेदार रमाशंकर सिंह हत्याकांड के दुसरे दिन सारण डीआईजी विजय कुमार वर्मा गोपालगंज पहुचे। यहाँ उन्होंने जलसंसाधन विभाग के चीफ इंजिनियर मुरलीधर सिंह के आवास का जाँच किया। इस दौरान मौके पर पहले से एफएसएल की टीम जांच कर रही थी। डीआईजी ने एफएसएल की टीम को भी कई अहम् निर्देश दिए। डीआईजी के साथ गोपालगंज के एसपी राशिद जमा, एसडीपीओ नरेश कुमार पासवान सहित भारी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे।
गंडक कॉलोनी स्थित जलसंसाधन विभाग के परिसर और कार्यालय को अगले आदेश तक सील कर दिया गया है। जिसके मद्देनजर कार्यालय परिसर में किसी भी बाहरी व्यक्ति और मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। सारण डीआईजी के अलावा CID डीआईजी भी गोपालगंज पहुचे हुए है। उन्होंने भी अपने स्तर पर मामले की जाँच शुरू कर दी है।
डीआईजी अजित कुमार वर्मा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा की इस घटना के बारे में मीडिया को सबकुछ पता है। मामला जाँच के अधीन है। इस लिए वे जाँच से सम्बन्धित कोई जानकारी साझा नहीं कर सकते।
वही जाँच के बाद एसपी राशिद जमा ने कहा की मामले मे चीफ इंजिनियर के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। सभी नामजद अधिकारिओ की गिरफ़्तारी के लिए आगे की कारवाई की जा रही है।
बता दे की आज शुक्रवार को गोपालगंज कोर्ट में दिनभर चर्चा थी की चीफ इंजिनियर सरेंडर कर सकता है। जिसको लेकर कोर्ट में भी पुलिस जवानों को लगाया गया था। लेकिन यहाँ कोई भी अधिकारी अबतक न तो गिरफ्तार हुआ है और न ही अभी तक किसी ने सरेंडर किया है।
दरअसल कल जिले के प्रतिष्ठित ठेकेदार रमाशंकर सिंह की चीफ इंजिनियर के आवास पर संदिग्ध हालत में जलकर मौत हो गयी थी। जिसके बाद मृतक के बेटे ने चीफ इंजिनियर पर 15 लाख रूपये घुस नहीं देने पर जिन्दा जला देने का आरोप लगाया था। जिसमे चीफ इंजिनियर, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता सहित चार लोगों को नामजद और 4 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ नगर थाना में प्रथमिकी दर्ज करायी है।