नीतीश और मोदी की दोस्ती बढ़ी, राज्य के समीकरण बदलने के आसार ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नने आज बिहार का दौरा किया, उन्होंने रिमोट से गंगा नदी पर भारत के सबसे बड़े रेल सह-सड़क पुल को राष्ट्र को समर्पित किया फिर पाटलिपुत्र-लखनऊ सुपरफास्ट ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. मौके पर प्रधानमंत्री ने 03 और रेल सड़क पुलों को शुभारम्भ किया. उन्होंने राजेन्द्र पुल मुकामा का भी शिलान्यास किया.
कार्यक्रम में जिस तरह से नीतीश और प्रधानमंत्री मोदी ने एक दुसरे को तारीफ किया उससे एक अलग माहौल देखने को मिल रहा था. नीतीश बिलकुल बीजेपी सरकर के मुख्यमंत्री दिखाई दे रहे थे वहीं पीएम मोदी ने भी सरकार की तारीफ में कोई कसर नहीं छोड़ा. जदयू के कई और पर्वाक्ता भी मोदी की तारीफ करते नजर आयें.
ऐसा कहा जाता है कि नीतीश और मोदी के बीच की राजनीतिक कड़वाहट के कारण ही नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था अब नीतीश और मोदी की दोस्ती खुलेआम देखीं जा रही है.
मोदी के इस दौरे से निश्चित ही जदयू और बीजेपी के बीच दुरी कम हुई है. आने वाले दिनों में जदयू और बीजेपी में नजदीकियां बढ़ सकती है. राजद के लिए यह एक चिंता का विषय है. हालांकि अभी तक राजद के कोई बड़े लीडर ने मीडिया में इस पर कोई बयान नहीं दिया है. अब ऐसी खबर आ रही है कि नीतीश कुमार के कई साथियों को यह नजदीकी पसंद नहीं आई है.
इससे पहले शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा नितीश जी के रेल मंत्री के समय जो काम शुरू किया था वाह आज पूरा हो रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों में करीब 34 प्रतिशत काम, जो अधूरा पड़ा था, पूरा किया गया. वहीं नीतीश सरकार ने भी पांच साल में बिहार में रेल पर जितना खर्च किया उससे ढाई गुना ज्यादा खर्च इस सरकार ने अभी तक कर दिया है.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा कि मेरे लिए व्यक्तिगत संतोष का विषय है जो काम अटल जी के समय मेरे रेलमंत्री रहते आरंभ हुआ, वह आज पूरा हो रहा है.